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ब्रिटिश नागरिक मदरसा अध्यापक पर ADG अमिताभ यश ने तोड़ी चुप्पी, जानें पूरी सच्चाई

उत्तर प्रदेश ATS ने संतकबीरनगर के ब्रिटिश नागरिक शमशुल हुदा खान की संदिग्ध गतिविधियों की जांच की। मदरसे में विदेशी फंडिंग, पाक संपर्क और वेतन अनियमितताओं के आरोप सामने आए। अब उसके खिलाफ नए मुकदमे दर्ज कर मदरसा सील कर दिया गया है।
Post Published By: Tanya Chand
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ब्रिटिश नागरिक मदरसा अध्यापक पर ADG अमिताभ यश ने तोड़ी चुप्पी, जानें पूरी सच्चाई

Sant Kabir Nagar: जनपद संतकबीरनगर के शमशुल हुदा खान, जो ब्रिटेन के नागरिक हैं, पर उत्तर प्रदेश एटीएस ने गंभीर जांच शुरू की है। जांच में सामने आया है कि खान लगातार विदेशों में यात्रा कर रहे थे और इस्लामी धर्म प्रचार के नाम पर पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में जाते रहे। इसके साथ ही भारत में अपने संपर्कों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध व्यक्तियों से भी संबंध बनाए रखे।

एटीएस की जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि खान ने मदरसा में नौकरी करते हुए कई बार विदेश यात्रा की और विदेशी फंड एकत्र कर मदरसों तक भेजवाया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि उन्होंने इन फंड्स में अपने कमीशन या दलाली का लाभ उठाया।

करियर और ब्रिटिश नागरिकता

शमशुल हुदा खान का जन्म 12 जुलाई 1984 को हुआ। उन्होंने सहायक अध्यापक के रूप में “आलिया, मदरसा दारूल उलूम अहले, सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर, आजमगढ़” में नौकरी शुरू की। वर्ष 2007-08 से वह नियमित रूप से ब्रिटेन में रहते थे। 19 दिसंबर 2013 को उन्होंने स्वेच्छा से ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त की।

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आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि 2007 से 2017 तक उनकी सेवा पुस्तिका की जांच किए बिना उन्हें प्रतिवर्ष वेतन वृद्धि दी जाती रही। 1 अगस्त 2017 को उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी गई और पेंशन भी मंजूर कर दी गई, जो जांच में पूरी तरह अनियमित पाई गई।

विदेशी संपर्क और फंडिंग के आरोप

जांच से यह भी सामने आया कि खान ने मदरसा चलाते हुए विदेशों से फंड जुटाया और उसे विभिन्न माध्यमों से मदरसों तक पहुँचाया। इस प्रक्रिया में उन्होंने अपने लाभ के लिए कमीशन भी लिया। यह एटीएस की नजर में गंभीर संदेह का विषय है क्योंकि यह गतिविधियां संभावित आतंकवाद-समर्थक या संदिग्ध नेटवर्क से जुड़ी हो सकती हैं।

कानूनी कार्रवाई और मदरसा सील

एटीएस की रिपोर्ट के आधार पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, संतकबीरनगर ने शमशुल हुदा खान के खिलाफ 2 नवंबर 2025 को कोतवाली खलीलाबाद में मुकदमा दर्ज कराया। इस मुकदमे की विवेचना प्रचलित है। साथ ही, संबंधित मदरसा को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया।

इसके पहले भी शमशुल हुदा खान के खिलाफ दो अन्य अभियोग जनपद संतकबीरनगर और आजमगढ़ में दर्ज हैं, जिनमें आरोप पत्र भी प्रेषित कर दिया गया है। यह मामला अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।

पिछले मामलों की जानकारी

अधिकारियों के अनुसार शमशुल हुदा खान के खिलाफ पिछले अभियोग भी विदेशी संपर्क और संदिग्ध गतिविधियों से संबंधित थे। उन मामलों में भी उनकी विदेश यात्रा और फंडिंग पैटर्न पर गहन जांच हुई थी।

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पुलिस महानिदेशक का बयान

उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा कि शमशुल हुदा खान की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती है और किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव से प्रभावित नहीं होती।

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