गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान विनय कुमार निवासी पटना, बिहार और विकास कुमार निवासी न्यू जगनपुरा, पटना, बिहार के रूप में हुई है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अन्य राज्यों में इनके आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।

मैनपुरी पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार करके खुलासा किया
Mainpuri: मैनपुरी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ाने वाले एक शातिर साइबर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। फेसबुक विज्ञापन, व्हाट्सएप ग्रुप और फर्जी शेयर मार्केट ऐप के जरिए भरोसा जीतकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने एक ही पीड़ित से करीब 83 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस की यह कार्रवाई साइबर ठगों के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है।
Facebook विज्ञापन से शुरू हुआ ठगी का जाल
पीड़ित ने कोतवाली मैनपुरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 नवंबर 2025 को उसे फेसबुक पर Edelweiss के नाम से एक आकर्षक विज्ञापन दिखाई दिया। विज्ञापन में शेयर मार्केट में मोटे मुनाफे का दावा किया गया था। जैसे ही पीड़ित ने उस पर क्लिक किया, उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया, जहां खुद को शेयर मार्केट एक्सपर्ट बताने वाले लोग लगातार मुनाफे के सपने दिखाने लगे।
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फर्जी ऐप से असली पैसे गायब
आरोपियों ने पीड़ित को Ediliyon नाम का एक ऐप डाउनलोड कराया और कहा कि इसी प्लेटफॉर्म से निवेश करने पर भारी रिटर्न मिलेगा। शुरुआत में छोटे मुनाफे दिखाकर भरोसा जमाया गया और फिर अलग-अलग बैंक खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर करवा ली गई। कुछ ही दिनों में पीड़ित के खाते से करीब 83 लाख रुपये निकलवा लिए गए। जब पैसे वापस मांगने पर टालमटोल शुरू हुई, तब जाकर ठगी का एहसास हुआ।
तकनीकी जांच से आरोपी दबोचे गए
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम थाना मैनपुरी में मुकदमा संख्या 23/25 धारा 318(4) भारतीय न्याय संहिता और 66डी आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने बैंक खातों, डिजिटल ट्रांजेक्शन और तकनीकी साक्ष्यों का बारीकी से विश्लेषण किया। इसके बाद 31 दिसंबर 2025 को दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में कबूली ठगी की कहानी
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे फर्जी ऐप और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को शेयर मार्केट में निवेश का लालच देते थे। ठगी की रकम को अलग-अलग खातों में घुमाकर निकाल लिया जाता था।
न्यायिक हिरासत और आगे की जांच
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान विनय कुमार निवासी पटना, बिहार और विकास कुमार निवासी न्यू जगनपुरा, पटना, बिहार के रूप में हुई है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अन्य राज्यों में इनके आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
पुलिस की अपील
साइबर क्राइम पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाले इन्वेस्टमेंट विज्ञापनों के झांसे में न आएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।