Jaunpur News: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को जौनपुर जनपद में एक बड़ी कामयाबी मिली है। STF ने एक सक्रिय अभियान के तहत अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले एक अंतरजनपदीय गिरोह के दो तस्करों को धर दबोचा है। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं। जिससे पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है।
धर्मेश कुमार शाही के नेतृत्व में हुआ एक्शन
यह कार्रवाई 25 जुलाई 2025 की रात को डढ़वा मोड़ बदलापुर से महाराजगंज रोड के पास की गई। STF को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि जौनपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और आसपास के जिलों में अवैध हथियारों की आपूर्ति की जा रही है। इस पर STF मुख्यालय (लखनऊ) द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। जिसका नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही ने किया।
ये अपराधी गिरफ्तार हुए
- राघवेंद्र प्रताप सिंह (निवासी ग्राम ताला थाना कन्हाई जनपद प्रतापगढ़)
- प्रमोद तिवारी (निवासी ग्राम उसरौली थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़)
क्या-क्या कब्जे से मिला
- 04 अदद अवैध पिस्टल (.32 बोर) मय मैग्जीन
- 03 अतिरिक्त मैग्जीन (.32 बोर)
- 01 रिवॉल्वर (.32 बोर)
- 04 जिंदा कारतूस (7.65 बोर)
- 04 मोबाइल फोन
कैसे हुई कार्रवाई?
STF को लगातार इनपुट मिल रहे थे कि कुछ अपराधी अवैध असलहों की सप्लाई में लिप्त हैं। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के नेतृत्व में STF की एक टीम गठित की गई, जिसमें निरीक्षक अतुल चतुर्वेदी, उपनिरीक्षक प्रदीप सिंह, मुख्य आरक्षी सुशील सिंह, रामनिवास शुक्ला, राजीव कुमार, आरक्षी बृजेश बहादुर सिंह, अमर श्रीवास्तव और चालक राकेश मिश्रा शामिल थे।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं। जो रामराज सरोज से अवैध हथियार खरीदते हैं और जौनपुर, सुल्तानपुर समेत अन्य जिलों में सप्लाई करते हैं। रामराज सरोज इन हथियारों को बिहार और मध्यप्रदेश से मंगवाता है। फिर इन्हें उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वितरित करता है। आरोपी प्रत्येक अवैध असलहे को 50,000 से 60,000 रुपये तक में बेचते हैं।
STF की सतर्कता से बढ़ा अवैध हथियार कारोबार पर दबाव
यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश STF की सजगता और कुशल सूचना तंत्र का परिणाम है। इस कार्रवाई से न केवल एक हथियार तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, बल्कि इससे भविष्य में चुनाव, दंगे या आपराधिक वारदातों में उपयोग होने वाले हथियारों को रोकने में भी मदद मिलेगी। उत्तर प्रदेश पुलिस और STF के इस सफल अभियान से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर कार्य कर रही है। भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे।