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बुलंदशहर में राकेश टिकैत की सेना का प्रदर्शन, डीएम के सामने उठा सैकड़ों किसानों का मुद्दा

बुलंदशहर में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने गन्ना भुगतान में देरी, नकली कीटनाशकों की बिक्री और कार्तिक मेले में पशु क्रूरता के खिलाफ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संगठन ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि मांगें न मानी गईं तो आंदोलन किया जाएगा।
Post Published By: Mayank Tawer
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बुलंदशहर में राकेश टिकैत की सेना का प्रदर्शन, डीएम के सामने उठा सैकड़ों किसानों का मुद्दा

Bulandshahr: किसानों की काफी समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा। संगठन के जिला अध्यक्ष चौधरी अरब सिंह के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान, बाजार में बढ़ते नकली कीटनाशकों की बिक्री और गढ़मुक्तेश्वर गंगा घाट पर चल रहे कार्तिक मेले में पशुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया।

किसानों का मुद्दा फिर गरमाया

चौधरी अरब सिंह ने बताया कि जनपद के कई किसानों का गन्ना मूल्य लंबे समय से बकाया है। गन्ना किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और चीनी मिलों द्वारा समय पर भुगतान न किए जाने से उनकी आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को तुरंत प्रभाव से किसानों का बकाया गन्ना मूल्य दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

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नकली कीटनाशकों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग

इसके अलावा, उन्होंने बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे नकली कीटनाशकों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। चौधरी अरब सिंह का कहना था कि नकली दवाओं के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की जो किसानों की मेहनत पर कुठाराघात कर रहे हैं।

‘बुग्गी-भैंसा दौड़ प्रतियोगिता’ आयोजित होगी

संगठन की एक और प्रमुख मांग गढ़मुक्तेश्वर गंगा घाट पर चल रहे कार्तिक मेले से जुड़ी रही। चौधरी अरब सिंह ने कहा कि मेले में ‘बुग्गी-भैंसा दौड़ प्रतियोगिता’ आयोजित की जा रही है, जिसमें पशुओं के साथ अत्याचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान भैंसों को चोभा (आर) मारा जा रहा है, जिससे उन्हें दर्द और चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अमानवीय गतिविधियां पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन हैं और तुरंत बंद कराई जानी चाहिए।

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दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए

ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि इस प्रतियोगिता पर रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण कानून के तहत कार्रवाई की जाए। चौधरी अरब सिंह ने कहा कि किसानों का संगठन हमेशा किसानों, पशुओं और पर्यावरण की सुरक्षा के पक्ष में खड़ा रहेगा। ज्ञापन सौंपने पहुंचे कार्यकर्ताओं में कई गांवों के किसान शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन आंदोलन करने को मजबूर होगा।

डीएम ने सौंपा ज्ञापन

इस दौरान एक अन्य मुद्दा भी चर्चा में रहा। मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में चौधरी अरब सिंह ने कहा कि किसान संगठन के एक जिला अध्यक्ष को धमकी दिए जाने की जानकारी उन्हें अभी तक नहीं मिली है। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि ऐसा कोई मामला सामने आता है तो संगठन चुप नहीं बैठेगा और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी होगी। ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) किसानों के हक की लड़ाई हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से लड़ेगी, लेकिन यदि प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

 

 

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