बस्ती: यूपी के बस्ती जिले के कलवारी थाना क्षेत्र के माझा खुर्द गांव में लेखपाल अवधेश श्रीवास्तव पर घरौनी के नाम पर अवैध वसूली और भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। गुरुवार को गांव के दशरथ, सुरजीत निषाद, अजय कुमार और बाबूराम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक पत्र सौंपा। इस पत्र में उन्होंने लेखपाल द्वारा हर घर से पांच-पांच हजार रुपये की उगाही करने, राम अनुज के छप्पर को रखवाने में रिश्वत मांगने और गांव में जमीन पर कब्जे की समस्या का जिक्र किया। ग्रामीणों ने इस मामले की गहन जांच, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और वसूले गए रुपये की वापसी की मांग की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पत्र में ग्रामीणों ने बताया कि माझा खुर्द में राम अनुज पुत्र फेंकू का रिहायशी छप्पर लगभग 80 वर्षों से गांव की आबादी की जमीन पर बना हुआ है। लेकिन गांव के ही फुलझारी और उनके परिवार के सदस्य राम प्रकाश, मंगरू आदि इस जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं और राम अनुज को नया छप्पर बनाने से रोक रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि लेखपाल अवधेश श्रीवास्तव ने इस मामले को सुलझाने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी और कहा कि रिश्वत देने पर ही छप्पर रखवाया जाएगा। इसके अलावा, लेखपाल और ग्राम प्रधान ने घरौनी दिलाने के नाम पर गांव के प्रत्येक घर से पांच-पांच हजार रुपये की अवैध वसूली की है।
जिलाधिकारी से की ये अपील
इस संबंध में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अपील की है कि इस भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, दोषी लेखपाल और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही राम अनुज का छप्पर रखवाया जाए और अवैध रूप से वसूले गए रुपये ग्रामीणों को वापस दिलाए जाएं।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे कई ग्रामीण
पत्र सौंपने के दौरान दशरथ के साथ जगदीश, फुलवंती, किसमता, सुग्रीम, पत्ती देवी, चन्द्रावती, पंचू, राजेश, अयोध्या, संतराम, राजमती, अशरफा देवी, रामरती देवी, गोविंद, राम कलेश, बुधना देवी, राम दयाल निषाद, रीता देवी, संगीता देवी, रामपलट निषाद, रामजीत निषाद और अर्जुन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।