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Barabanki Crime: दहेज की लालच में दरिंदगी, दिल दहला देगी एक पति की हैरान कर देने वाली करतूत

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से हत्या से जुड़ा सनसनीखेज मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Barabanki Crime: दहेज की लालच में दरिंदगी, दिल दहला देगी एक पति की हैरान कर देने वाली करतूत

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से  सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिससे शहर में दहशत फैल गई है। ससुराल में कार व नकदी की मांग को लेकर प्रताड़ित की जा रही विवाहिता को पीट कर फांसी से लटकाने की कोशिश की गई। आरोप है कि चौकी पुलिस ससुराल के दबाव में आकर पीड़िता की सुनवाई नहीं कर रही थी। एसपी के निर्देश पर शहर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।

कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, सतरिख थाना क्षेत्र के ग्राम छत्रपाल मजरे दुलहीपुर की रहने वाली प्रियंका रावत पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका विवाह 20 अप्रैल 2024 को अमित कुमार निवासी ग्राम गदिया थाना कोतवाली नगर के साथ हुआ था।

मानसिक रूप से प्रताड़ित

प्रियंका का कहना है कि विवाह के समय उसके परिजनों ने अपनी हैसियत से अधिक दहेज दिया। इसके बावजूद पति अमित कुमार, सास पदमा, देवर सुमित और अभय, ननद ममता, रेनू, और लक्ष्मी लगातार कार और एक लाख रुपये की अतिरिक्त मांग को लेकर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे।

फांसी पर लटकाकर जान से मारने की कोशिश

बताया कि 19 अप्रैल को उसे बेरहमी से पीटकर अशोभनीय व्यवहार किया गया। उसने कोतवाली नगर पुलिस को तहरीर दी थी, जिस पर समझौता कराकर मामला शांत करा दिया गया। आरोप है कि 27 मई की रात सभी ससुरालीजनों ने मिलकर उसे पीटा और फांसी पर लटकाकर जान से मारने की कोशिश की।

मौके पर 112 नंबर की पुलिस पहुंची

किसी तरह बचने पर उसका शोर सुनकर मोहल्ले वालों ने मायका पक्ष को सूचना दी। मौके पर 112 नंबर की पुलिस तो पहुंची, परंतु चौकी गदिया पुलिस ने मेडिकल कराया, न ही एफआईआर दर्ज की थी। आरोप यह भी कि विपक्षी सुमित के राजनीतिक प्रभाव के चलते पुलिस कार्यवाही से बच रही थी।

बता दें कि, यह कोई पहला मामला नहीं है हमारे समाज में आज भी इस तरह की घटनाओं से महिलओं को गुजरना पड़ रहा है। जोकि समाज के लिए सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर क्या दहेज के चलते कब तक मासूम महिलाओं के साथ इस तरह से शोषण होता रहेगा

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