अलीगढ़ में AMU के बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्र कृष्ण कुमार ने दोस्त नवीन के साथ मिलकर खुद की किडनैपिंग कर पिता से 8 लाख रुपये की फर्जी फिरौती मांगी। पुलिस ने आधे घंटे में दोनों को पकड़ लिया और परिवार के हवाले कर दिया।

अलीगढ़ में AMU छात्र ने रची फर्जी किडनैपिंग
Aligarh: यूपी के अलीगढ़ में AMU के बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्र कृष्ण कुमार ने अपने दोस्त नवीन के साथ मिलकर एक दिल दहला देने वाली फर्जी किडनैपिंग रची। बताया जा रहा है कि कृष्ण ने ऑनलाइन गेम में लाखों रुपए हार जाने के बाद पिता से पैसे मांगने का अनोखा तरीका सोचा।
कृष्ण और नवीन ने अपने ही बनाए झूठे कहानी के तहत खुद को किडनैपिंग दिखाया और पिता सत्यवीर सिंह, जो सिंचाई विभाग से रिटायर्ड हैं, उनसे 8 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। यह योजना पूरी तरह से सोची-समझी और नकली थी।
बन्नादेवी थाना पुलिस और सीओ द्वितीय कमलेश कुमार ने तुरंत सूचना मिलने के आधे घंटे के भीतर दोनों छात्रों को पकड़ लिया। अधिकारियों ने बताया कि यह फर्जी किडनैपिंग पूरी तरह से नकली थी और छात्रों ने अपने माता-पिता को डराने के लिए ऐसा कदम उठाया।
अलीगढ़ में लुटेरी दुल्हन का नया खुलासा: तीन दिन से फरार, बिचौलियों पर जांच तेज
पुलिस ने छात्रों की गिरफ्तारी के बाद पिता की सिफारिश पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। दोनों छात्रों को परिवार के हवाले कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में माता-पिता की सहमति और समझदारी से काम लिया गया।
8 लाख की फिरौती
सीओ द्वितीय कमलेश कुमार ने बताया कि ऐसे मामले में त्वरित कार्रवाई जरूरी थी। “सूचना मिलते ही कार्रवाई की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि किसी को वास्तविक खतरा न पहुंचे। यह एक चेतावनी है कि माता-पिता और युवाओं को डिजिटल गेम्स और वित्तीय फैसलों में सजग रहना चाहिए।”
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखाया कि ऑनलाइन गेमिंग और नकली योजनाओं के कारण युवा किस तरह से गंभीर संकट में खुद को और परिवार को डाल सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार और शिक्षा संस्थान को युवाओं के डिजिटल व्यवहार और आर्थिक समझ पर ध्यान देना चाहिए।
अलीगढ़ में घर के बाहर छात्र पर अचानक फायरिंग, छात्र गंभीर रूप से घायल; कौन और क्यों किया हमला?
इस पूरे मामले में पुलिस और परिवार के सहयोग से कोई नुकसान नहीं हुआ। छात्रों को कानूनी रूप से सुरक्षित तरीके से परिवार के हवाले किया गया और मामला शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया।