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जिस सांप ने काटा, उसी को डिब्बे में बंद कर इलाज कराने पहुंचा युवक, अस्पताल में मचा हड़कंप

बाराबंकी के हैदरगढ़ क्षेत्र में एक युवक को सांप ने काटा तो उसने सूझबूझ दिखाते हुए न सिर्फ खुद को संभाला बल्कि उस सांप को पकड़कर डिब्बे में बंद कर अस्पताल भी पहुंच गया। युवक की बहादुरी से जहां इलाज में मदद मिली, वहीं अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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जिस सांप ने काटा, उसी को डिब्बे में बंद कर इलाज कराने पहुंचा युवक, अस्पताल में मचा हड़कंप

Barabanki: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक हैरान कर देने वाली और साहसिक घटना सामने आई हैथाना सुबेहा क्षेत्र के अंतर्गत पट्टी वार्ड निवासी गुरू प्रसाद नामक युवक को सोमवार की शाम एक जहरीले सांप ने काट लियालेकिन भयभीत होने के बजाय युवक ने अद्भुत सूझबूझ दिखाते हुएकेवल सांप को पकड़ा, बल्कि डिब्बे में बंद कर अस्पताल भी पहुंच गया

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गुरू प्रसाद अपने घर में घरेलू कामकाज कर रहे थे, तभी अचानक उनकी उंगलियों में एक जहरीले सांप ने दंश मार दियाआमतौर पर जहां लोग घबरा जाते हैं, वहीं गुरु प्रसाद ने पहले सांप की पहचान की और उसे प्लास्टिक डिब्बे में बंद कर लियाउसके बाद परिजनों को जानकारी दी और सभी लोग मिलकर सांप समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हैदरगढ़ पहुंचे

अस्पताल में मची अफरा-तफरी

जब परिजन अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों को बताया कि युवक को सांप ने काटा है, तो यह एक सामान्य मामला लगालेकिन जैसे ही उन्होंने डिब्बा दिखाया और उसमें जिंदा सांप नजर आया, अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और मरीजों के बीच हड़कंप मच गया चिकित्सकों ने तुरंत डिब्बाखोलने की हिदायत दी और इलाज शुरू कर दियाडॉ. प्रियांश ने बताया कि फिलहाल इलाज चल रहा है, अगर स्थिति में सुधार नहीं होता तो पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर किया जाएगा

इलाके में चर्चा का विषय बनी घटना

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के बीच गुरू प्रसाद की सूझबूझ और हिम्मत की जमकर सराहना हो रही हैआमतौर पर सर्पदंश की स्थिति में लोग घबराहट में गलत फैसले ले लेते हैं, लेकिन इस युवक ने खुद को भी बचाया और चिकित्सकों को सटीक जानकारी भी उपलब्ध कराई, जिससे इलाज में सहायता मिली

डॉक्टरों ने भी सराहा प्रयास

अस्पताल स्टाफ ने भी इस प्रयास को अभूतपूर्व और मददगार बतायाडॉक्टरों का कहना है कि अगर मरीज द्वारा लाया गया सांप ज़िंदा या पहचान योग्य हो, तो इससे एंटीवेनम देने में सटीकता और समय दोनों बचते हैंबाराबंकी के गुरू प्रसाद ने एक अनोखा उदाहरण पेश किया है कि साहस, सूझबूझ और संयम से कैसे कठिन परिस्थितियों पर काबू पाया जा सकता है। 

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