जानिये उपराष्ट्रपति धनखड़ क्यों बोले- ‘इससे बड़ा असत्य और कुछ नहीं हो सकता’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोकतांत्रिक मूल्यों के महत्व पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि लोकतंत्र के मंदिर की मर्यादा को कम करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है ।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर