महराजगंज: पशु चिकित्साधिकारी गायब, मारे-मारे फिर रहे पशुपालक

ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को राजकीय चिकित्सालय का समुचित लाभ न मिलने से परेशानियों से दो-चार होना पडता है। पढें डाइनामाइट न्यूज की खास रिपोर्ट

Updated : 1 February 2024, 7:56 PM IST
google-preferred

ठूठीबारी (महराजगंज) : तमाम गांवों के पशुपालकों के जानवरों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने वाले राजकीय पशु चिकित्सालय बेमतलब साबित हो रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज की टीम ठूठीबारी स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय पहुंची तो चौकाने वाले तथ्य उजागर हुए। कुर्सी पर पैर रखकर चतुर्थ श्रेणी आराम फरमाते मिले जबकि पशु चिकित्साधिकारी की कुर्सी खाली थी। 

चतुर्थ श्रेणी के भरोसे
पशु चिकित्सालय पर एक वरिष्ठ चिकित्साधिकारी के अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चंद्रभान की तैनाती है। चंद्रभान ने डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को बताया कि साहब के पास दो चिकित्सालय का चार्ज है। इसलिए हमें ही पशुपालकों का इलाज करना पडता है। दवाओं के बारे में इसका कहना है कि चाभी साहब के पास रहती है। 

क्या कहते हैं जिम्मेदार
राजकीय पशु चिकित्सालय ठूठीबारी पर डा0 दिलीप कुमार की बतौर वरिष्ठ चिकित्साधिकारी के रूप में तैनाती है। मोबाइल पर संपर्क करने पर इन्होंने बताया कि सोमवार एवं गुरूवार को ठूठीबारी एवं बाकी दिनों बरगदवा अस्पताल पर डयूटी रहती है। बहरहाल ऐसे में अन्य दिनों आसपास के गांवों के पशुपालक अपने पशुओं का इलाज कराने जिले पर आने को विवश हैं। 

Published : 
  • 1 February 2024, 7:56 PM IST

Related News

No related posts found.