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कानपुर पुलिस हत्याकांड: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के मामले में यूपी का इंटेलीजेंस विभाग पूरी तरह फेल

कानपुर के विगरु गांव में 8 पुलिस कर्मियों की हत्याकांड को चार दिन पूरे चुके हैं लेकिन इस जघन्य अपराध के मास्टरमाइंड विकास दूबे की अभी तक गिरफ्तारी न होना कई बड़े सावल खड़े करने लगी है। पूरी खबर..
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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कानपुर पुलिस हत्याकांड: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के मामले में यूपी का इंटेलीजेंस विभाग पूरी तरह फेल

लखनऊ: कानपुर के बिकरू गांव में हुए पुलिस हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त और मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दूबे की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के हाथ अभी तक खाली होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। जहां पुलिस की आपसी रंजिश को भी इस घटना का कारण बताया जा रहा है वहीं अब तक आरोपी के पकड़ से बाहर होने के कारण फिर एक बार पुलिस की खोज प्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गये है। जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद पुलिस की आंखों में धूल झोंककर गया फरार अपराधी पुलिस के लिये फिर एख चुनौती सा बनता दिख रहा है।

यूपी पुलिस के एक सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर रहना स्मार्ट पुलिस के तौर-तरीकों  को भी कटघरे में खड़ा कर रहा है। हालांकि घटना के शीघ्र बाद से ही यूपी पुलिस इस शातिर को पकड़ने में जुट हुई है। पुलिस की कई टीमें प्रदेश के अंदर और बाहर उसकी तलाश कर रही हैं लकिन गिरफ्त में आना तो दूर पुलिस अभी तक उसका सुराग तक नहीं लगा पायी है, जो पूरे सिस्टम के लिये बेहद चौंकाने वाली है।

इस अपराधी को पकड़ना पुलिस कि लिये कितना महत्वपूर्ण हो गया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस इस कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी को लेकर तीन बार इनाम की राशि बढा चूकी है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने और उसकी सूचना देने वाले को पुलिस ने पहले 50 हजार, फिर एक लाख और आज ढाई लाख रुपये इनाम की घोषणा की हुई है। लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग तक नहीं मिल पाया है। 

इसके साथ ही पुलिस ने मोस्टवांटेड विकास दुबे को जगह-जगह पोस्टर्स लगवाए हैं। यूपी के टोल प्लाजाओं के साथ ही प्रदेश के बार्डर पर भी जगह-जगह विकास दुबे के पोस्टर्स लगे हैं, जिसमें सूचना देने वाले के लिये इनाम की घोषणा की गयी है।  

यूपी का ढाई लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए 60 से अधिक टीम काम कर रही है। इसमें यूपी पुलिस और एसटीएफ भी शामिल है। जगह जगह सर्च अभियान चलाया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली है। विकास दुबे की सरगर्मी से तलाश शुरू होते ही उसकी पत्नी ऋचा दुबे भी फरार है। अब हर किसी के मन में ये दो सवाल है कि पुलिस आखिर इस मामले में फेल क्यों और विका दुबे अब तक फरार कैसे? 
 

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