Exclusive: पुरी-हरिद्वार ट्रेन एक्सीडेंट: भयावह मंजर के बीच चीख-पुकार की आवाजें..

नई दिल्ली से महज सौ किलोमीटर की दूरी पर मुजफ्फरनगर रेल हादसे में पुलिस समेत स्थानीय प्रशासन और लोग.. घायलों की हरसंभव मदद कर रहे हैं लेकिन हादसे के बाद यहां का मंजर काफी खौफनाक बना हुआ है। हादसे के लगभग डेढ़ घंटे के बाद तक भी मौके पर पर्याप्त गैस कटर नहीं पहुंच पाये हैं।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 19 August 2017, 8:13 PM IST

मुजफ्फरनगर: पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से उतर गये। ये दर्दनाक हादसा मुजफ्फरनगर के खतौली में हुआ। तेज रफ्तार में चल रही एक्सप्रेस अचानक पटरी से उतर गई।

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पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बे 

बोगी का एक डिब्बा नजदीक के घर में जा घुसा। ट्रेन के इस हादसे में करीब 20 लोगों की मौत हो गई और लगभग 70 लोगों से अधिक घायल होने की खबर है।

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नजदीकी घर में घुसा ट्रेन का एक डिब्बा

राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है। टीम घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।

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लेकिन हादसे के लगभग डेढ़ घंटे के बाद तक भी मौके पर पर्याप्त गैस कटर नहीं पहुंच पाये।

राहत व बचाव कार्य जारी

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक मौके पर अभी भी चीख-पुकार की आवाजें सुनी जा रही हैं। इस समय खतौली का मंजर इतना भयावह है कि इसे शब्दों में बयां करना आसान नहीं है। कोई अपनी मां को ढूंढ रहा तो, कोई बूढ़े पिता की तलाश में इधर-उधर भटक रहा। वहीं किसी कोने में कोई बच्चा रोता-बिलखता दिख रहा है। कई लोगों को अभी भी मदद की दरकरार है।

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मुजफ्फरनगर रेल हादसे में घायल लोगों के दु:ख में डाइनामाइट न्यूज़ भी शामिल है। हालांकि पुलिस समेत स्थानीय प्रशासन और लोग घायलों की हरसंभव मदद कर रहे हैं। एंबुलेंस और अन्य प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई जा रही है।

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  • 19 August 2017, 8:13 PM IST