Mann Ki Baat: मन की बात में बोले पीएम मोदी- छठ का पर्व स्वच्छता पर जोर देता है, पढ़िये संबोधन की खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जारिये देश की जनता से अपनी बातें साझा कर रहे हैं। जानिये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जारिये देश की जनता से अपनी बातें साझा कर रहे हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम का यह 94वां एपिसोड है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले देशवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दीं।
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- पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के कई हिस्सों में सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने गांव, अपने घर, अपने परिवार के बीच पहुंचे हैं। मेरी प्रार्थना है कि छठ मइया सबकी समृद्धि, सबके कल्याण का आशीर्वाद दें।
- छठ का पर्व एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी उदाहरण है। आज बिहार और पूर्वांचल के लोग देश के जिस भी कोने में हैं, वहां धूमधाम से छठ का आयोजन हो रहा है।
- भारत, आज अपने पारंपरिक अनुभवों को आधुनिक विज्ञान से जोड़ रहा है, तभी, आज हम, सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हो गए हैं। सौर ऊर्जा से कैसे हमारे देश के गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन में बदलाव आ रहा है।
- सूर्य देव का ये वरदान है – ‘सौर ऊर्जा’। Solar Energy आज एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं।
- तमिलनाडु में, काँचीपुरम में एक किसान थिरु के. एझिलन ने ‘पी.एम कुसुम योजना’ का लाभ लिया और अपने खेत में 10 HP का solar pump लगवाया। अब उन्हें अपने खेत के लिए बिजली पर कुछ खर्च नहीं करना होता है। खेत में सिंचाई के लिए अब वो सरकार की बिजली पर निर्भर भी नहीं हैं।
- राजस्थान के भरतपुर में ‘पी.एम. कुसुम योजना’ के एक और लाभार्थी किसान हैं - कमलजी मीणा | कमलजी ने खेत में solar pump लगाया, जिससे उनकी लागत कम हो गई है | लागत कम हुई तो आमदनी भी बढ़ गई | कमलजी सोलार बिजली से दूसरे कई छोटे उद्योगों को भी जोड़ रहे हैं।
- कुछ दिन पहले, देश के पहले सूर्य ग्राम- गुजरात के मोढेरा की खूब चर्चा हुई| मोढेरा सूर्य ग्राम के ज्यादातर घर, सोलर पावर से बिजली पैदा करने लगे हैं। अब वहां के कई घरों में महीने के आखिर में बिजली का बिल नहीं आ रहा, बल्कि, बिजली से कमाई का cheque आ रहा है।
- क्या आप कभी कल्पना कर सकते हैं कि आप महीने भर बिजली का उपयोग करें और आपका बिजली बिल आने के बजाय, आपको बिजली के पैसे मिलें ? सौर ऊर्जा ने ये भी कर दिखाया है।
- जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से एक साथी हैं – मंजूर अहमद लर्हवाल। कश्मीर में सर्दियों के कारण बिजली का खर्च काफी होता है।इसी कारण, मंजूर जी का बिजली का बिल भी 4 हजार रूपए से ज्यादा आता था, अब मंजूर जी ने अपने घर पर Solar Plant लगवाया है, उनका खर्च आधे से भी कम हो गया है।
- ओडीशा के केन्दुझर जिले के करदापाल गांव की एक बेटी कुन्नी देउरी, सौर ऊर्जा को अपने साथ दूसरी महिलाओं के रोजगार का माध्यम बना रही हैं। कुन्नी आदिवासी महिलाओं को solar से चलने वाली रीलिंग मशीन पर silk की कताई की training देती हैं।