नई दिल्ली: देश के कई राजनीतिक दलों ने माफिया अतीक अहमद के अपराधी बेटे असद और उमेश पाल हत्याकांड के शूटर गुलाम के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद सवाल खडे़ किये है।
इसकी तहकीकात डाइनामाइट न्यूज़ ने जब की तो यह पता लगा कि मारे गये दोनों अपराधी कानून के डर से बिलकुल भी खौफजदा नहीं थे, उन्हें गलतफहमी थी कि वे पुलिस के हाथ नहीं चढ़ेंगे।
यही कारण है कि हत्या के मामले में नामजद एफआईआर होने के बाद भी दोनों ने अदालत के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया।
यही गलतफहमी इन दिनों को ले डूबी। चर्चाओं के अनुसार यदि इन दोनों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया होता तो शायद ये आज जीवित होते।