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Sports News: क्रिकेट का एक ऐसा कोना, जहां इतिहास हर कदम पर बसा है,जानिए मैदान का वो सच जो सबको नहीं पता

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड सिर्फ एक मैदान नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए तीर्थ स्थल है। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट इसी ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा। आइए जानें लॉर्ड्स के निर्माण, इसके इतिहास और वर्तमान टेस्ट मैच से जुड़ी खास बातें।
Post Published By: Sapna Srivastava
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Sports News: क्रिकेट का एक ऐसा कोना, जहां इतिहास हर कदम पर बसा है,जानिए मैदान का वो सच जो सबको नहीं पता

New Delhi: क्रिकेट प्रेमियों के लिए लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड किसी सपने से कम नहीं। ‘क्रिकेट का मक्का’ कहे जाने वाले इस ऐतिहासिक मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और लॉर्ड्स में होने वाला यह मैच कई खिलाड़ियों के लिए करियर का सबसे यादगार लम्हा साबित हो सकता है।

थॉमस लॉर्ड: जिनके नाम से बसा लॉर्ड्स

लॉर्ड्स की शुरुआत होती है थॉमस लॉर्ड नामक एक क्रिकेटर से, जिन्होंने 18वीं सदी में यॉर्कशायर की ओर से खेलते हुए 59 फर्स्ट क्लास मैचों में 148 विकेट लिए। हालांकि उनकी असली पहचान एक स्टेडियम निर्माता के तौर पर बनी। उन्होंने ऐसा मैदान खड़ा किया, जो आगे चलकर क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित स्थल बन गया।

थॉमस लॉर्ड के बेटे ने भी क्रिकेट खेला लेकिन उनके करियर की कहानी बिल्कुल उलटी रही। उन्होंने 5 फर्स्ट क्लास मैचों में महज 18 रन बनाए और एक विकेट लिया।

लॉर्ड्स का सफर: तीन बार बदली जगह

लॉर्ड्स की शुरुआत 1787 में लंदन के डॉर्सेट स्क्वायर में हुई थी। 1809 में इसे लिसन ग्रोव (अब रीजेंट्स पार्क) स्थानांतरित किया गया। लेकिन रीजेंट्स कैनाल बनने के कारण वह मैदान अधिग्रहित हो गया। इसके बाद थॉमस लॉर्ड ने तीसरी और स्थायी जगह चुनी सेंट जॉन्स वुड, जहां आज का लॉर्ड्स ग्राउंड स्थित है।

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, क्रिकेट का मक्का (सोर्स-गूगल)

MCC और लॉर्ड्स का अटूट रिश्ता

मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को लॉर्ड्स का मालिक कहा जाता है। इसकी स्थापना 1787 में ही हुई थी। MCC न केवल इस मैदान का रखवाला है, बल्कि क्रिकेट के नियमों का संरक्षक भी है। 1788 में पहली बार क्रिकेट के आधिकारिक नियम MCC ने बनाए थे।

ऐतिहासिक मुकाबले और विरासत

22 जून 1814 को MCC ने यहां पहला घरेलू मैच खेला था। फिर 21 जुलाई 1884 को पहला टेस्ट इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया। उस दिन से लेकर आज तक लॉर्ड्स क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित जमीन बना हुआ है।

आज का लॉर्ड्स: एक आधुनिक चमत्कार

आज लॉर्ड्स की दर्शक क्षमता 31,100 है। इसका ऑनर्स बोर्ड, लाल ईंटों वाला पवेलियन और आधुनिक मीडिया सेंटर इसे बाकी सभी स्टेडियमों से अलग बनाते हैं। यहां खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है।

भारत बनाम इंग्लैंड: एक और ऐतिहासिक भिड़ंत

भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में 10 जुलाई 2025 से शुरू होगा। कई युवा भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह लॉर्ड्स में पहला मुकाबला होगा। यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि इतिहास में नाम दर्ज कराने का मौका है।

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