Paris: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप 2025 में भारत के लिए एक और पदक पक्का कर दिया है। पुरुष युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में इस जोड़ी ने मलेशिया की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता जोड़ी आरोन चिया और सोह वूई यिक को सीधे गेमों में 21-12, 21-19 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। यह मुकाबला सिर्फ 43 मिनट चला और भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार तालमेल के साथ मलेशियाई जोड़ी को दबाव में बनाए रखा।
पिछली हार का लिया बदला
गौरतलब है कि पेरिस ओलंपिक में सात्विक-चिराग को इसी मलेशियाई जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा था, जिससे उनका पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया था। लेकिन इस बार, उसी कोर्ट पर, एक साल बाद भारतीय जोड़ी ने न सिर्फ जीत हासिल की, बल्कि पुरानी हार का बदला भी ले लिया। मैच के बाद चिराग शेट्टी ने कहा, “यह ओलंपिक का रीकैप जैसा था, और हमें वाकई बदला लेने की खुशी है। यह वही कोर्ट और वही अखाड़ा था, और हमने एक साल बाद उसी जगह पर इतिहास दोहराया।”
BREAKING: SATWIK/CHIRAG ASSURED OF WORLD CHAMPIONSHIP MEDAL 🔥
Satchi did it in style knocking out their nemesis & WR 2 Malaysian pair Aaron Chia & Soh Wooi Yik 21-12, 21-19 to storm into SEMIS. #BWC2025 pic.twitter.com/R0Tg7qThL0
— India_AllSports (@India_AllSports) August 29, 2025
इनसे होगा अब मुकाबला
बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप 2025 में इस जीत के साथ सात्विक-चिराग की जोड़ी ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपना दूसरा पदक पक्का किया है। इससे पहले 2022 में उन्होंने कांस्य पदक जीता था। मौजूदा टूर्नामेंट में वे पहले ही शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं और अब नजरें स्वर्ण पदक पर टिकी हैं। उनका अगला मुकाबला 11वीं वरीयता प्राप्त चीनी जोड़ी चेन बो यांग और लियू यी से होगा, जो एक मजबूत विरोधी मानी जाती है।
सालभर की हारों का मिला जवाब
चिया और सोह की जोड़ी ने इस साल सिंगापुर और चीन ओपन में भी सात्विक-चिराग को हराया था। लेकिन भारतीय जोड़ी ने इस बार ना सिर्फ रणनीति में सुधार किया बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को मजबूत दिखाया। यह जीत न सिर्फ टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिहाज से अहम है, बल्कि आत्मविश्वास के लिहाज से भी बड़ी है।
भारत की उम्मीदें और बढ़ीं
अब जब सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं, भारत की उम्मीदें उनसे और भी बढ़ गई हैं। अगर यह जोड़ी फॉर्म में बनी रही, तो भारत को इस बार स्वर्ण पदक मिलने की भी पूरी संभावना है।