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IPL 2025: धोनी का युवाओं को संदेश, कहा-“उम्मीदें बढ़ें तो घबराना नहीं, खेल पर ध्यान दो”

मैच के बाद जब एमएस धोनी से युवा खिलाड़ियों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बेहद सधे हुए शब्दों में अहम बातें कहीं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए क्या बोले एमएस धोनी
Post Published By: Sapna Srivastava
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IPL 2025: धोनी का युवाओं को संदेश, कहा-“उम्मीदें बढ़ें तो घबराना नहीं, खेल पर ध्यान दो”

नई दिल्ली: आईपीएल 2025 का सीजन न सिर्फ रोमांचक मुकाबलों के लिए याद रखा जाएगा, बल्कि इसने कई युवा प्रतिभाओं को भी दुनिया के सामने लाकर खड़ा किया है। ऐसे ही एक उभरते सितारे हैं राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया है। खास बात यह रही कि चेन्नई सुपर किंग्स के दिग्गज कप्तान एमएस धोनी ने युवा सूर्यवंशी को खेल के प्रति मानसिक संतुलन बनाए रखने की खास सलाह दी है।

अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, 21 मई को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को छह विकेट से हराकर सीजन का अंत जीत के साथ किया। इस जीत के नायक रहे वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने महज 33 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली और टीम को 188 रनों का लक्ष्य हासिल करने में अहम भूमिका निभाई। यह आईपीएल 2025 में उनका दूसरा अर्धशतक था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह युवा खिलाड़ी भविष्य का बड़ा नाम बन सकता है।

एमएस धोनी ने कहीं अहम बातें

मैच के बाद जब एमएस धोनी से युवा खिलाड़ियों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बेहद सधे हुए शब्दों में अहम बातें कहीं। धोनी ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को “निरंतरता” यानी Consistency पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जैसे-जैसे उनका प्रदर्शन बेहतर होता जाएगा, उनसे उम्मीदें भी बढ़ती जाएंगी। ऐसे में खिलाड़ियों को इस दबाव में आए बिना अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

आईपीएल 2025 (सोर्स-इंटरनेट)

मानसिक स्थिति को संतुलित रखें

धोनी ने आगे कहा, “जब आपका स्ट्राइक रेट 200 से ऊपर हो और आप लगातार रन बना रहे हों, तब यह जरूरी हो जाता है कि आप अपनी तकनीक और मानसिक स्थिति को संतुलित रखें। उम्मीदें बढ़ेंगी, लेकिन दबाव लेना जरूरी नहीं। दबाव में खेलना और उससे बाहर निकलना, यही असली खिलाड़ी को परिभाषित करता है।”

धोनी की यह सलाह विशेष रूप से वैभव सूर्यवंशी और उनके जैसे अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए बेहद उपयोगी है, जिन्होंने इस सीजन में अपनी प्रतिभा का दमदार प्रदर्शन किया है। आयुष म्हात्रे जैसे खिलाड़ी भी धोनी की बातों से प्रेरणा ले सकते हैं।

करियर के शुरुआती पड़ाव

जहां एक ओर वैभव सूर्यवंशी का यह सीजन उनके करियर के शुरुआती पड़ाव के लिए ऐतिहासिक रहा, वहीं दूसरी ओर धोनी के अनुभव और मार्गदर्शन से यह स्पष्ट है कि भारतीय क्रिकेट को भविष्य में ऐसे खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें रहेंगी। वैभव ने जिस आत्मविश्वास और परिपक्वता के साथ खेला, वह प्रशंसनीय है, लेकिन उन्हें यह भी समझना होगा कि अब असली चुनौती शुरू होती है — उस प्रदर्शन को दोहराने और बेहतर करने की।

धोनी द्वारा दी गई यह सलाह सिर्फ एक क्रिकेट टिप नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक सिद्धांत है, जिसे अगर वैभव जैसे युवा आत्मसात कर लें, तो उनका भविष्य न केवल आईपीएल में बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी बेहद उज्ज्वल होगा।

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