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गोरखपुर के लाल विभोर दूबे ने IPL में लहराया परचम, गांव में हर्षोल्लास

गोरखपुर के लाल विभोर दूबे ने IPL में लहरा कर जिले का नाम रोशन कर दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर के लाल विभोर दूबे ने IPL में लहराया परचम, गांव में हर्षोल्लास

गोरखपुर: जनपद के खजनी थाना क्षेत्र के महुआडाबर गांव के होनहार युवक विभोर दूबे ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से न केवल अपने गांव का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को गर्व का मौका दिया है। 27 मई 2025 को लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के 70वें और अंतिम लीग मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में विभोर दूबे ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट पैनल के अंपायर के रूप में यल. ओ. मैच ऑफिशियल की भूमिका निभाई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विभोर ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम देते हुए निष्पक्षता और पेशेवर रवैये का शानदार प्रदर्शन किया। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और खेल के प्रति समर्पण ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि क्रिकेट जगत में उनकी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया। इस महत्वपूर्ण मैच में उनकी उपस्थिति और कार्यकुशलता ने साबित कर दिया कि मेहनत और ईश्वर पर भरोसा किसी भी मंजिल को हासिल करने की कुंजी है।

गांव में खुशी की लहर, बधाइयों का तांता

महुआडाबर गांव में विभोर की इस उपलब्धि से हर्षोल्लास का माहौल है। गांव के मित्र मंडली, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए जमकर बधाई दी। गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर कोई इस होनहार युवक की सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है।

“प्रेरणा का स्रोत बने विभोर

विभोर दूबे की इस उपलब्धि ने युवाओं को यह संदेश दिया है कि दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से कोई भी सपना असंभव नहीं है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट पैनल के अंपायर के रूप में उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि छोटे से गांव से निकलकर भी बड़े मंच पर अपनी छाप छोड़ी जा सकती है।

आगे की राह और गांव की उम्मीदें

विभोर की इस सफलता ने गांव के अन्य युवाओं में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। उनके दोस्त और शुभचिंतक अब उनसे और बड़े मंचों पर शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। बिभोर के पिता नरेंद्र दुबे उर्फ (प्रधान) ने भावुक होते हुए कहा, “विभोर ने दिखा दिया कि अगर मन में जुनून हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। हम चाहते हैं कि वह आगे भी ऐसे ही देश का नाम रोशन करता रहे।”महुआडाबर का यह होनहार सितारा अपने कदमों से नई मंजिलें तलाश रहा है और गांव के लोग उसकी इस यात्रा में उसके साथ खड़े हैं। विभोर दूबे की यह उपलब्धि निश्चित रूप से गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।

युवाओं के लिए प्रेरणा बने विभोर

विभोर दूबे की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और प्रयास ईमानदारी से किया जाए, तो किसी भी मंच तक पहुंचना संभव है। छोटे से गांव से निकलकर IPL जैसे बड़े मंच तक पहुंचना युवाओं के लिए एक उदाहरण है कि सपने पूरे किए जा सकते हैं।

आशाओं की नई किरण

विभोर की इस उपलब्धि से गांव के अन्य युवाओं को भी प्रोत्साहन मिला है। उनके साथी अब उन्हें और भी ऊंचाइयों पर देखना चाहते हैं। स्थानीय निवासी राजन डुबे रिंकू दुबे ,अनुराग दुबे , अभिशेक दुबे शौरभ दुबे शिवम दुबे रजत दुबे राजनरायन आदि लोगो ने कहा विभोर ने यह साबित कर दिया कि अगर मन में जुनून और आत्मविश्वास हो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। हम सब उसके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।”

 

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