Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में बुधवार सुबह जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यह छापा प्रतापनगर थाना क्षेत्र के पुराने आरटीओ रोड स्थित रत्नाकर ग्रुप के सरिया गोदाम पर मारा गया। सुबह-सुबह हुई इस कार्रवाई से पूरे शहर के व्यापारिक वर्ग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह रेड टैक्स चोरी की संभावित शिकायत के आधार पर की गई है।
जयपुर से पहुंची विशेष टीम ने की छापेमारी
बुधवार सुबह करीब 8 बजे जयपुर से जीएसटी की विशेष टीम भीलवाड़ा पहुंची। टीम ने सीधे रत्नाकर ग्रुप के गोदाम पर पहुंचकर दस्तावेजों की जांच-पड़ताल शुरू की। गोदाम में रखे स्टॉक और बिलों के मिलान की प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद कर्मचारियों और प्रबंधकों से लगातार पूछताछ की।
सूत्रों के अनुसार, टीम ने गोदाम से कई फाइलें, इनवॉइस बुक और डिजिटल रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिए हैं। जांच में यह देखा जा रहा है कि बिक्री के हिसाब से टैक्स की अदायगी हुई या नहीं, और कहीं फर्जी बिलिंग या अघोषित स्टॉक का लेन-देन तो नहीं हुआ।
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व्यापारी वर्ग में हड़कंप
अचानक हुई इस छापेमारी से भीलवाड़ा के व्यापारिक समुदाय में हलचल मच गई है। शहर के कई कारोबारियों ने दिनभर अपने लेखा-जोखा दस्तावेज़ दुरुस्त करने शुरू कर दिए। व्यापार मंडल के कुछ सदस्यों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से व्यवसायिक माहौल पर असर पड़ता है, हालांकि सरकार का यह कदम टैक्स सिस्टम को पारदर्शी बनाने की दिशा में है।
विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे
जीएसटी विभाग के किसी भी अधिकारी ने अब तक इस छापेमारी पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल जांच जारी है, और प्राथमिक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। टीम अगले कुछ दिनों में जांच पूरी कर अपनी फाइनल रिपोर्ट जयपुर मुख्यालय को सौंपेगी।
संभावित टैक्स चोरी का मामला
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह छापा टैक्स चोरी और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) में गड़बड़ी की शिकायत पर डाला गया है। रत्नाकर ग्रुप पर यह आरोप है कि उसने माल की आपूर्ति और टैक्स भुगतान में अंतर दिखाया है। अगर आरोप साबित होते हैं, तो कंपनी पर भारी जुर्माना और टैक्स रिकवरी कार्रवाई की जा सकती है।
भीलवाड़ा में लगातार हो रही कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों में जीएसटी विभाग ने भीलवाड़ा, उदयपुर और अजमेर में कई बड़ी कंपनियों और गोदामों पर छापेमारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार, विभाग का फोकस अब निर्माण सामग्री, कपड़ा और स्टील व्यवसाय पर अधिक है, क्योंकि इन क्षेत्रों में इनवॉइस मैनिपुलेशन और टैक्स चोरी के मामले अधिक पाए जा रहे हैं।
भीलवाड़ा में जीएसटी विभाग की यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी रेड मानी जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि रत्नाकर ग्रुप पर लगे टैक्स चोरी के आरोप कितने सही हैं। विभाग की टीमें अब गोदाम से जब्त किए गए दस्तावेजों की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।

