भीलवाड़ा में अधिवक्ता राकेश चंद्र भाम्भी के साथ 1 दिसंबर को मारपीट की घटना को लेकर जिला अभिभाषक संस्था ने पुलिस अधीक्षक से मुल्जिमों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद धमकी मिलने से नाराज अधिवक्ताओं ने ज्ञापन सौंपा।

जिला अभिभाषक संस्था ने सौंपा ज्ञापन
Bhilwara: भीलवाड़ा में अधिवक्ता के साथ मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बता दें कि 1 दिसंबर को भीलवाड़ा के आजाद नगर क्षेत्र में अधिवक्ता राकेश चंद्र भाम्भी के साथ एक गंभीर घटना सामने आई। रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में श्यामलाल गुर्जर और उसके बेटे राघव ने भाम्भी के साथ मारपीट की। इस घटना से संबंधित मामला प्रताप नगर थाने में दर्ज किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस घटनाक्रम में और भी गंभीर मोड़ तब आया जब श्यामलाल गुर्जर ने गुस्से में आकर अपने दो-तीन अन्य साथियों को भेजकर कोर्ट परिसर में राकेश भाम्भी को धमकाया। इस धमकी के बाद जिला अभिभाषक संस्था के सदस्य असंतुष्ट हो गए और इसे न्यायालय की कार्यवाही पर सीधा हमला मानते हुए सख्त कदम उठाने की मांग की।
इस पूरे मामले को लेकर जिला अभिभाषक संस्था ने कड़ी आपत्ति जताई है। 3 दिसंबर को संस्था के सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संस्था ने मांग की कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी अधिवक्ता को ऐसी हिंसा या धमकी का सामना न करना पड़े।
ज्ञापन देने वालों में जिला अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा, कोषाध्यक्ष उदय लाल शर्मा, अधिवक्ता उम्मेद सिंह राठौड़, ओमप्रकाश लड्डा, योगेश चौधरी, पंकज दाधीच, रीपूदमन सिंह, धर्मवीर कानावत, कोमल सोनी, विजय सोनी, मनोज स्वर्णकार, राजू माली और नितेश आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव ने अधिवक्ताओं से मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि कानून और न्यायालय के प्रति लोगों का विश्वास बना रहे।
जिला अभिभाषक संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे अधिवक्ता समाज की प्रतिष्ठा और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ऐसे हमलों और धमकियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष जारी रखने की बात कही।
Bhilwara: भीलवाड़ा में अधिवक्ता के साथ मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बता दें कि 1 दिसंबर को भीलवाड़ा के आजाद नगर क्षेत्र में अधिवक्ता राकेश चंद्र भाम्भी के साथ एक गंभीर घटना सामने आई। रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में श्यामलाल गुर्जर और उसके बेटे राघव ने भाम्भी के साथ मारपीट की। इस घटना से संबंधित मामला प्रताप नगर थाने में दर्ज किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस घटनाक्रम में और भी गंभीर मोड़ तब आया जब श्यामलाल गुर्जर ने गुस्से में आकर अपने दो-तीन अन्य साथियों को भेजकर कोर्ट परिसर में राकेश भाम्भी को धमकाया। इस धमकी के बाद जिला अभिभाषक संस्था के सदस्य असंतुष्ट हो गए और इसे न्यायालय की कार्यवाही पर सीधा हमला मानते हुए सख्त कदम उठाने की मांग की।
इस पूरे मामले को लेकर जिला अभिभाषक संस्था ने कड़ी आपत्ति जताई है। 3 दिसंबर को संस्था के सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संस्था ने मांग की कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी अधिवक्ता को ऐसी हिंसा या धमकी का सामना न करना पड़े।
ज्ञापन देने वालों में जिला अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा, कोषाध्यक्ष उदय लाल शर्मा, अधिवक्ता उम्मेद सिंह राठौड़, ओमप्रकाश लड्डा, योगेश चौधरी, पंकज दाधीच, रीपूदमन सिंह, धर्मवीर कानावत, कोमल सोनी, विजय सोनी, मनोज स्वर्णकार, राजू माली और नितेश आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव ने अधिवक्ताओं से मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि कानून और न्यायालय के प्रति लोगों का विश्वास बना रहे।
जिला अभिभाषक संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे अधिवक्ता समाज की प्रतिष्ठा और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ऐसे हमलों और धमकियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष जारी रखने की बात कही।