भीलवाड़ा के राजकीय विधि महाविद्यालय में ‘मूट कोर्ट एवं करियर’ विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। राजस्थान उच्च न्यायालय के लीगल रिसर्चर दिलराज सिंह चौहान ने मूट कोर्ट की महत्ता और कानून के क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर मार्गदर्शन दिया।

राजकीय विधि महाविद्यालय में विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन
Bhilwara: भीलवाड़ा स्थित राजकीय विधि महाविद्यालय में विधि विद्यार्थियों के शैक्षणिक एवं व्यावहारिक विकास को ध्यान में रखते हुए एक विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। “मूट कोर्ट एवं करियर” विषय पर केंद्रित इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को कानून की पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव और करियर मार्गदर्शन प्रदान करना रहा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस कार्यक्रम में राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में कार्यरत लीगल रिसर्चर दिलराज सिंह चौहान मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
अपने प्रभावशाली संबोधन में दिलराज सिंह चौहान ने मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं की उपयोगिता और उनकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मूट कोर्ट किसी भी विधि विद्यार्थी के लिए वकालत की पहली सीढ़ी है। इसके माध्यम से छात्र अदालती प्रक्रिया, तर्क प्रस्तुत करने की कला और केस लॉ के अध्ययन को व्यवहार में समझ पाते हैं।
दिलराज सिंह चौहान ने कहा कि मूट कोर्ट से छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ता है और कानूनी शोध की क्षमता विकसित होती है, जो आगे चलकर उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मुख्य वक्ता ने मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं से जुड़ी तकनीकी बारीकियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने मेमोरियल ड्राफ्टिंग, ओरल आर्ग्युमेंट्स और टीमवर्क की अहमियत समझाते हुए छात्रों को प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं में भागीदारी से छात्रों को वैश्विक मंच पर पहचान मिलती है।
व्याख्यान के दूसरे चरण में दिलराज चौहान ने विधि स्नातकों के लिए उपलब्ध करियर विकल्पों पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि आज के समय में कानून की पढ़ाई केवल वकालत तक सीमित नहीं है। छात्र न्यायिक सेवाओं, कॉर्पोरेट लॉ, लीगल कंसल्टेंसी, नीति निर्माण, शिक्षण, और शोध जैसे क्षेत्रों में भी अपना भविष्य संवार सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार करियर चुनने की सलाह दी।
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कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य नफीसा बानो के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने अतिथि वक्ता का अभिनंदन करते हुए ऐसे आयोजनों को छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। दिलराज सिंह चौहान ने भी महाविद्यालय प्रशासन और स्टाफ द्वारा मिले सहयोग एवं सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में सहायक आचार्य मानसी रैया एवं मीनाक्षी मीणा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। आयोजन का सफल संचालन विधि तृतीय वर्ष के विद्यार्थी आलोक शर्मा, सुरेश सेन और पवन कुमार भारती ने किया।