Mumbai: शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को स्वास्थ्य संबंधी शिकायत के बाद मुंबई के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार सुबह अचानक अस्वस्थ महसूस होने पर उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, उनकी स्थिति स्थिर है और चिकित्सक लगातार निगरानी रख रहे हैं।
स्वयं ट्वीट कर दी जानकारी
संजय राउत ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट साझा कर अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि जय महाराष्ट्र! आप सभी ने हमेशा मुझ पर विश्वास किया है और मुझे प्यार दिया है, लेकिन अब अचानक मेरी सेहत में कुछ गंभीर समस्याएं आ गई हैं। इलाज चल रहा है और मैं जल्द ही इससे उबर जाऊंगा। चिकित्सकीय सलाह के अनुसार, मुझे बाहर जाने और भीड़-भाड़ से दूर रहने को कहा गया है। मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही ठीक होकर नए साल में आपसे मिलने आऊंगा।
शिवसेना (UBT) में चिंता और समर्थन दोनों की लहर
राउत के अस्पताल में भर्ती होने की खबर के बाद शिवसेना (UBT) के कार्यकर्ताओं में चिंता की लहर फैल गई। मुंबई और पुणे में पार्टी कार्यालयों पर समर्थकों ने उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना सभाएं आयोजित कीं। शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अस्पताल जाकर राउत का हालचाल लिया और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि संजय राउत हमारी आवाज़ हैं और हमें भरोसा है कि वे जल्द स्वस्थ होकर पहले से भी अधिक जोश के साथ लौटेंगे।
पत्रकारिता से राजनीति तक सफर
संजय राउत महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रभावशाली और मुखर चेहरा माने जाते हैं। राजनीति में आने से पहले वे एक पत्रकार रहे हैं और लंबे समय तक शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक रहे। उनके लेखों में पार्टी की विचारधारा और बालासाहेब ठाकरे की नीतियों की झलक साफ दिखाई देती थी। राउत की स्पष्टवादी और आक्रामक शैली ने उन्हें राज्य और राष्ट्रीय राजनीति दोनों में एक अलग पहचान दिलाई।
तीखे बयानों के लिए मशहूर
राउत केंद्र सरकार की नीतियों पर सीधे और तीखे हमले करने के लिए जाने जाते हैं। वे अक्सर मोदी सरकार की आर्थिक और राजनीतिक नीतियों की आलोचना करते रहे हैं। उनकी बयानबाजी कई बार विवादों का कारण बनी, पर उन्होंने कभी अपने शब्दों से पीछे नहीं हटे। हाल के वर्षों में राउत प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांचों को लेकर भी सुर्खियों में रहे। उन्होंने इन सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि वे हमेशा सच्चाई और शिवसेना की विचारधारा के साथ खड़े रहेंगे।

