Patna News: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने संगठन के 6 प्रमुख प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्षों की नई सूची जारी की है। यह संगठनात्मक विस्तार पार्टी की चुनावी तैयारियों का अहम हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी ने इस बार न केवल अनुभवी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है बल्कि नए चेहरों को भी अवसर दिया है ताकि संगठन का प्रभाव जमीनी स्तर पर और अधिक मजबूत हो सके।
किसे मिली कौन सी जिम्मेदारी
राष्ट्रीय जनता दल ने निम्नलिखित प्रमुख प्रकोष्ठों के अध्यक्षों का मनोनयन किया है।
• महिला प्रकोष्ठ की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती कांति सिंह को सौंपी गई है।
• युवा प्रकोष्ठ का नेतृत्व सांसद अभय कुशवाहा करेंगे।
• अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी को जिम्मेदारी दी गई है।
• अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ का प्रभार बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को सौंपा गया है।
• किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद सुधाकर सिंह बनाए गए हैं।
• छात्र प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी प्रोफेसर नवल किशोर को दी गई है।
इस टीम के चयन में सामाजिक समीकरणों का विशेष ध्यान रखा गया है। पार्टी का मानना है कि महिला, युवा, छात्र, अल्पसंख्यक, किसान, दलित और आदिवासी वर्गों को संगठित कर ही महागठबंधन को मजबूत और एकजुट रखा जा सकता है।
महागठबंधन का नेतृत्व और मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार
राष्ट्रीय जनता दल पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि पार्टी के युवा नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे। तेजस्वी यादव महागठबंधन कोऑर्डिनेशन कमिटी के अध्यक्ष भी हैं और वे चुनाव से जुड़ी सभी अहम नीतिगत फैसलों के लिए अधिकृत हैं। तेजस्वी यादव की सक्रिय भूमिका से पार्टी महागठबंधन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
चुनावी तैयारियों का मकसद
RJD की यह नई टीम बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की पकड़ मजबूत करने, विभिन्न सामाजिक और वर्गीय समुदायों को जोड़ने तथा महागठबंधन के भीतर एकजुटता बनाए रखने के उद्देश्य से बनाई गई है। चुनाव से पहले संगठनात्मक मजबूती ही निर्णायक साबित होती है, इसीलिए लालू यादव ने विभिन्न प्रकोष्ठों की कमान अनुभवी और प्रभावशाली नेताओं के हाथों में दी है।