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डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का असर, धानी-खड़खड़िया मार्ग पर गड्ढों की मरम्मत शुरू

धानी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली धानी-खड़खड़िया मुख्य मार्ग की खस्ताहाल स्थिति पर ग्रामीणों की शिकायत और डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का असर अब साफ दिखाई देने लगा है।
Post Published By: Rohit Goyal
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डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का असर, धानी-खड़खड़िया मार्ग पर गड्ढों की मरम्मत शुरू

Maharajganj: धानी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली धानी-खड़खड़िया मुख्य मार्ग की खस्ताहाल स्थिति पर ग्रामीणों की शिकायत और मीडिया की सक्रियता का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। वर्षों से उपेक्षित इस मार्ग के खतरनाक गड्ढों की आखिरकार मरम्मत शुरू हो गई है, जिससे स्थानीय नागरिकों में राहत की भावना देखी जा रही है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार यह मार्ग कई गांवों को जोड़ता है और क्षेत्र के स्कूली बच्चों, दुकानदारों, मरीजों व रोज़ाना आने-जाने वालों के लिए मुख्य रास्ता है। लेकिन बीते कई महीनों से सड़क पर बने विशाल गड्ढों ने इसे का केंद्र बना दिया था। खासकर स्थानीय पार्क के सामने और बंधे के पास सड़क की सतह पूरी तरह धंस चुकी थी, जिससे दो बड़े जानलेवा गड्ढे बन गए थे।

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ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन और शिकायतें दीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रामदास, रामवृक्ष, मनोज, अमरजीत सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि ना तो कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा और ना ही चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग लगाई गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हालात इतने खराब हो गए थे कि बारिश और रात के समय राहगीरों को इन गड्ढों की वजह से गंभीर जोखिम उठाना पड़ता था। कई बार लोग गिरकर घायल भी हो चुके थे, लेकिन प्रशासन ने आंखें मूंद रखी थीं। अंततः जब मामला मीडिया में जोरशोर से उठा और लोगों ने संगठित होकर आवाज बुलंद की, तो संबंधित विभाग हरकत में आया।

अब दोनों खतरनाक स्थलों पर गड्ढों को भरने और सतह समतल करने का काम शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने मरम्मत कार्य शुरू होने पर संतोष जताया है, लेकिन साथ ही चेताया भी है कि यदि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही दोहराई गई तो वे आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।

ग्रामीणों की मांग है कि सड़क की केवल अस्थायी मरम्मत ना की जाए, बल्कि इसे स्थायी रूप से मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में फिर से ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो। साथ ही बारिश के मौसम में प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।

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