दिल्ली के अशोक विहार में सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव के एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें उपस्थित भक्तगण गुरुदेव की शिक्षाओं को सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रवचन देते हुए सिद्धेशवर ब्रह्मर्षि गुरुदेव
नई दिल्ली: सिद्धगुरुवर सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने नई दिल्ली के अशोक विहार में भक्तों की एक विशाल सभा को संबोधित किया, जिसमें दिव्य ज्ञान और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। भक्तों ने गुरुदेव का स्वागत गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा के साथ किया और भक्ति का भावपूर्ण प्रदर्शन किया।
मंगलवार शाम को आयोजित इस भव्य और विशेष कार्यक्रम में सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने भक्तों को दिव्य ज्ञान के लिये प्रेरित किया और जीवन की दिशा एवं दशा को बदलने वाले महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताया।
सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने अपने प्रवचन में धर्म का सही अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा कि धर्म केवल एक सिद्धांत नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि धर्म के पालन के साथ परिवार के सदस्यों को एकजुटता, प्यार और परस्पर सहयोग बनाये रखना चाहिये।
गुरुदेव ने भक्तों को जीवन में सफलता की प्राप्ति के रहस्यों के बारे में बताते हुे कहा कि सफलता का सही मतलब केवल भौतिक संपत्ति नहीं, बल्कि मानसिक शांति और संतोष से है। "जीवन में कैसे Archive करें Success?" विषय पर उन्होंने अपने अनुभवों और उदाहरणों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि सफलता वही हो, जो मानसिक शांति दे। मेहनत और समर्पण के साथ एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।
गुरुदेव ने भक्तों को प्रेरित करते हुए कहा कि इंसान की जिंदगी में जब तक प्यार है, तब तक जीवन है। उन्होंने कहा कि असली गुरु वही होता है, जो अपने शिष्य की सफलता को अपनी सफलता समझता है।
गुरुदेव के सरल लेकिन गहन तथ्यों ने उपस्थित साधकों में एक नई ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम में उपस्थित भक्तगणों ने गुरुदेव का अपने दिल की गहराइयों से आभार प्रकट किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव के इस कार्यक्रम से भक्तों को जीवन से जुड़े के कई पहलुओं को गूढ़ तरीके से समझने का मौका मिला और कई उनकी कई सुलझने खत्म हुईं। गुरुदेव के दिव्य संदेश ने हर एक व्यक्ति के मन में आशा की एक नई किरण जगाई, जिससे वे आगे की चुनौतीपूर्ण यात्रा के लिए प्रेरित हुए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कार्यक्रम का आयोजक सिंघल परिवार (डॉ एचसी गुप्ता, राजेश सिंघल) और प्रमोद कोहली की ओर से इस दिव्य साधना का मंच तैयार किया गया था।