Patiala: दुष्कर्म के गंभीर आरोप में घिरे आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पंजाब पुलिस को चकमा देकर विदेश भाग गए हैं। दो महीने से लापता चल रहे पठानमाजरा के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने की पुष्टि एक निजी चैनल को दिए गए उनके इंटरव्यू से हुई है। सात नवंबर को सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने ऊपर दर्ज मामले को पूरी तरह झूठा करार दिया और पंजाब सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गंभीर आरोप लगाए।
ऑस्ट्रेलिया से दिया इंटरव्यू, सरकार पर हमला
इंटरव्यू में हरमीत सिंह पठानमाजरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का पंजाब के वास्तविक मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में फैसले अरविंद केजरीवाल लेते हैं और मान सिर्फ उनकी हिदायतों पर चलते हैं। पठानमाजरा ने दावा किया कि “सरकार में विधायकों की कोई औकात नहीं है, हमारी आवाज दबाई जा रही है। मेरे खिलाफ केस दर्ज कराकर राजनीतिक प्रतिशोध लिया गया है।”
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दो महीने से लापता विधायक, पुलिस थी तलाश में
सनौर हलके से विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा करीब दो महीने से गायब थे। उनके खिलाफ पटियाला के थाना सिविल लाइन में दुष्कर्म का मामला दर्ज है। यह मामला दो महीने पहले दर्ज हुआ था, जिसके बाद पटियाला पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस टीम ने हरियाणा के करनाल जिले के गांव डबरी में छापेमारी भी की थी, लेकिन पठानमाजरा पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो गए।
पंजाब पुलिस के सूत्रों के अनुसार पठानमाजरा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं। अब पुलिस केंद्र सरकार के माध्यम से इंटरपोल को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने की प्रक्रिया शुरू कर रही है, जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलिया से वापस लाया जा सके।
हाईकोर्ट वकील ने दी विधायकी पर कानूनी राय
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मोहन जैन ने बताया कि अभी तक पठानमाजरा को किसी भी मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है, इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता (विधायकी) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, “जब तक किसी अदालत से उन्हें सजा नहीं होती वे विधायक बने रहेंगे। केवल सजा के बाद ही सदस्यता खत्म की जा सकती है।”
राजनीतिक हलकों में मचा बवाल
पठानमाजरा के ऑस्ट्रेलिया भाग जाने की खबर से पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने भगवंत मान सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया है कि अगर विधायक फरार थे तो उन्हें देश छोड़ने से कैसे नहीं रोका गया? कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कहा कि यह पंजाब पुलिस की बड़ी नाकामी है।वहीं, आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने इस मामले में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है और सरकार जांच एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने दे रही है।
अब पुलिस की अगली कार्रवाई पर निगाहें
पठानमाजरा के इंटरव्यू और ऑस्ट्रेलिया में मौजूदगी की पुष्टि के बाद पंजाब पुलिस अब उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की तैयारी में है। रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भारत सरकार इंटरपोल के जरिए उन्हें प्रत्यर्पित कराने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।

