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Khatu Shyam Temple: दो दिन खाटू श्याम मंदिर के दर्शन नहीं कर सकेंगे भक्त, जानिए क्या है वजह

राजस्थान का खाटू श्याम मंदिर भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां लोग भारत के अन्य राज्यों से भी अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं लेकिन मंदिर को लेकर बडी खबर सामने आ रही है।
Post Published By: Jay Chauhan
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Khatu Shyam Temple: दो दिन खाटू श्याम मंदिर के दर्शन नहीं कर सकेंगे भक्त, जानिए क्या है वजह

Jaipur: राजस्थान के सीकर में स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर के दर्शनार्थियों और भक्तों के लिए जरूरी सूचना है। दरअसल चंद्र ग्रहण और परंपरागत रस्मों के चलते मंदिर को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। जिसके चलते भक्त दो दिन श्याम बाबा के दर्शन नहीं कर सकेंगे।

जानकारी के अनुसार  7 सितंबर 2025 की रात भारत में चंद्र ग्रहण लगेगा, जिसकी शुरुआत रात 9:58 बजे होगी और यह 1:26 बजे समाप्त होगा। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार, ग्रहण काल को अशुभ समय माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है, जिससे मंदिरों की पवित्रता पर असर पड़ सकता है।

 

 

धर्म शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्र की किरणें शुद्ध नहीं रहती हैं, इसलिए इस समय भगवान की मूर्तियों को कपड़े से ढक दिया जाता है या मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिरों में शुद्धिकरण कर भगवान की मूर्तियों को स्नान कराया जाता है। इसके बाद ही दोबारा पूजा-अर्चना शुरू होती है।

इस दिन बंद रहेगा मंदिर

दरअसल, 7 सितंबर 2025 को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो 8 सितंबर तक रहेगा. ग्रहण से पहले ही उसका सूतक काल मान्य हो जाता है, इसलिए 6 सितंबर की रात 10 बजे से लेकर 8 सितंबर की शाम 5 बजे तक खाटू श्याम मंदिर बंद रहेगा. फिर 8 सितंबर को बाबा श्याम का तिलक होने के बाद बाबा के दर्शन होंगे.

भक्तों से मंदिर कमेटी की अपील

श्री श्याम मंदिर कमेटी ने सभी भक्तों से निवेदन किया है कि वे 6 से 8 सितंबर के बीच मंदिर ना आएं, ताकि अनुष्ठानों और व्यवस्थाओं में कोई बाधा ना आए और सभी धार्मिक परंपराएं विधिपूर्वक निभाई जा सकें।

श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि मंदिर 6 सितंबर 10 बजे से 8 सितंबर सांय 5 बजे तक श्याम बाबा के दीदार नहीं होंगे।

मंदिर की कहानी

खाटू श्याम असल में भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे बर्बरीक हैं। इन्हीं की खाटू श्याम के रूप में पूजा की जाती है। बर्बरीक में बचपन से ही वीर और महान योद्धा के गुण थे और इन्होंने भगवान शिव को प्रसन्न कर उनसे तीन अभेद्य बाण प्राप्त किए थे। इसी कारण इन्हें तीन बाण धारी भी कहा जाता है।

इस मंदिर की एक बहुत ही खास और अनोखी बात प्रचलित है। कहा जाता है कि जो भी इस मंदिर में जाता है इसे बाबा श्याम का हर बार एक नया रूप देखने को मिलता है। कई लोगों को उनके आकार में भी बदलाव नजर आता है।

राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम मंदिर सालों से भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। दूर-दूर से रोजाना भारी संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं और खाटू श्याम बाबा के दर्शन करते हैं।

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