New Delhi: दिल्ली विधानसभा के ऐतिहासिक परिसर के दरवाजे अब आम जनता के लिए खोले जाएंगे। 14 और 15 अगस्त को दिल्ली विधानसभा सचिवालय ने एक विशेष पहल के तहत आम लोगों को विधानसभा परिसर में घूमने का मौका देने का फैसला किया है। यह पहली बार होगा जब विधानसभा भवन आम नागरिकों के लिए खुलेगा।
दर्शनीय यात्रा के लिए खुलेंगे दिल्ली विधानसभा के दरवाजे
इस खास मौके पर, दिल्ली विधानसभा परिसर में आम लोग स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जाकर ऐतिहासिक विधानसभा भवन का दौरा कर सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार, लोग इन दो दिनों में विधानसभा के अंदर और बाहर घूम सकते हैं, और परिसर की ऐतिहासिक महत्व की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसके तहत उन्हें विधानसभा के विभिन्न हिस्सों, जैसे की केंद्रीय कक्ष, पुरानी गैलरी और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का भ्रमण करने का मौका मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा परिसर में घूमने का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक रहेगा। इस दौरान एक गाइड भी तैनात किया जाएगा, जो लोगों को परिसर के इतिहास और उसके महत्व के बारे में जानकारी देगा।
कोई पंजीकरण नहीं, बस पहचान पत्र दिखाना होगा
दिल्ली विधानसभा परिसर में घूमने के लिए आम लोगों को पहले से पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं होगी। 14 और 15 अगस्त को, जो भी लोग स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस यात्रा में शामिल होना चाहते हैं। उन्हें अपने साथ एक पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या अन्य सरकारी दस्तावेज लाना होगा।
आधिकारिक ऐलान का इंतजार
दिल्ली विधानसभा सचिवालय की ओर से यह सूचना पहले ही दी जा चुकी है कि 14 और 15 अगस्त को आम लोग विधानसभा का दौरा कर सकेंगे। हालांकि, अधिकारियों ने इस कार्यक्रम के बारे में आधिकारिक ऐलान करने का संकेत दिया है, जो जल्द ही जारी किया जाएगा।
दिल्ली विधानसभा का इतिहास और महत्व
दिल्ली विधानसभा का निर्माण 1912 में हुआ था और इसका डिजाइन प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार ई. मोंटेग्यू थॉमस ने किया था। इसे बनने में केवल आठ महीने का समय लगा था और इसका निर्माण फकीर चंद ठेकेदार की देखरेख में पूरा हुआ था। विधानसभा भवन अपने ऐतिहासिक और स्थापत्य दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इसके परिसर में 10 एकड़ का हरित क्षेत्र है, जो एक आकर्षक पर्यावरणीय दृष्टि प्रदान करता है।
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा का खास ध्यान
दिल्ली विधानसभा के इस विशेष आयोजन को ध्यान में रखते हुए, अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है। खासकर स्वतंत्रता दिवस के समारोहों को देखते हुए, दिल्ली के लाल किले पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि कोई अप्रत्याशित घटना न घटे।