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मुंबई में मूसलधार बारिश से जनजीवन ठप: स्कूल-कॉलेज और ऑफिस बंद, निजी कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम की अपील

महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां जलभराव और रुक-रुक कर हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से बाधित कर दिया है। बीएमसी ने स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों को बंद करने के आदेश दिए हैं, वहीं हवाई व रेल यातायात पर भी असर दिख रहा है।
Post Published By: Asmita Patel
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मुंबई में मूसलधार बारिश से जनजीवन ठप: स्कूल-कॉलेज और ऑफिस बंद, निजी कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम की अपील

Mumbai: मुंबई में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात इतने बिगड़ गए हैं कि प्रशासन को स्कूल, कॉलेज और कई सरकारी कार्यालय बंद करने के आदेश देने पड़े। बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) ने निर्देश जारी किए कि 19 अगस्त को सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। इसके साथ ही निजी कंपनियों से अपील की गई है कि वे अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा ‘रेड अलर्ट’ जारी किए जाने के बाद यह फैसला लिया गया है। विशेषकर मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर और अन्य कोंकण क्षेत्र के जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।

रेल और सड़क यातायात पर भी असर

मुंबई की सड़कों पर जलभराव की वजह से वाहनों की रफ्तार थम गई है। कई इलाकों में बंपर से बंपर ट्रैफिक देखने को मिला, जिससे यात्री घंटों फंसे रहे। लोकल ट्रेन सेवाएं, जो मुंबई की जीवनरेखा मानी जाती हैं, वे भी देरी से चल रही हैं। हवाई यातायात पर भी इसका असर पड़ा है। इंडिगो एयरलाइंस ने सोशल मीडिया पर एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि भारी बारिश के कारण एयरपोर्ट के आसपास के मार्गों पर जलभराव है। जिससे उड़ानों के समय पर प्रभाव पड़ा है। कुछ उड़ानों को डायवर्ट भी किया गया है।

कोंकण क्षेत्र में कॉलेजों में भी छुट्टी

महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा निदेशालय ने भारी बारिश को देखते हुए कोंकण क्षेत्र के सभी वरिष्ठ कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है। यह आदेश पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के कॉलेजों पर लागू होता है। विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

निचले इलाकों में पानी भराव

मुंबई के बोरीवली, अंधेरी, दादर, चेंबूर और सायन जैसे इलाकों में रातभर हुई बारिश के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गईं। गांधी मार्केट, सायन अस्पताल के पास और किंग्स सर्कल जैसे क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी हुई। बेस्ट (BEST) की कई बस सेवाओं के मार्गों को परिवर्तित करना पड़ा। कुछ बसें पूरी तरह रद्द भी की गईं।

उपनगरों की तुलना में सेंट्रल मुंबई में ज्यादा बारिश

नगर निगम अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह 5 से 6 बजे के बीच, मध्य मुंबई के कई हिस्सों में एक घंटे के भीतर 40 से 65 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई। मुंबई सेंट्रल, दादर, वर्ली, परेल और मालाबार हिल जैसे क्षेत्रों में तेज बारिश से जलभराव हुआ। नगर निगम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक द्वीपीय मुंबई: 128.86 मिमी, पूर्वी उपनगर: 154.37 मिमी और पश्चिमी उपनगर: 185.74 मिमी बारिश दर्ज की गई।

विक्रोली में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज

आईएमडी द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट में बताया गया कि सोमवार सुबह 8:30 बजे से मंगलवार सुबह 5:30 बजे तक विक्रोली: 194.5 मिमी, सांताक्रूज़: 185 मिमी, जुहू: 173.5 मिमी, बायकुला: 167 मिमी और बांद्रा: 157 मिमी बारिश हुई। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि मुंबई के अधिकांश हिस्सों में औसत से काफी अधिक बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर रही है।

प्रशासन की तैयारी और अपील

बीएमसी और अन्य स्थानीय निकायों ने पानी निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी है। निचले इलाकों में पंपिंग स्टेशनों को सक्रिय किया गया है। नागरिकों से अपील की गई है कि जब तक अति आवश्यक न हो, वे घर से बाहर न निकलें। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं और जलभराव या आपात स्थिति में त्वरित सहायता का आश्वासन दिया है।

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