Site icon Hindi Dynamite News

Iran Security Policy: जानिए क्या है ईरान की नई सुरक्षा नीति, जिससे लगेगा आतंकी हमलों और तस्करी पर लगाम

ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने हाल ही में सिस्तान और बलूचिस्तान क्षेत्र का दौरा किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
Post Published By: Sapna Srivastava
Published:
Iran Security Policy: जानिए क्या है ईरान की नई सुरक्षा नीति, जिससे लगेगा आतंकी हमलों और तस्करी पर लगाम

ईरान: पाकिस्तान की सरहद से होने वाली आतंकी गतिविधियां और तस्करी की वजह से अब न केवल भारत बल्कि उसका एक और पड़ोसी देश ईरान भी गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। सुरक्षा चिंताओं के बीच ईरान ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान से सटी अपनी पूर्वी सीमा पर सुरक्षा दीवार बनाने की परियोजना को तेज कर दिया है। इस परियोजना के पीछे उद्देश्य साफ है—घुसपैठ, अवैध व्यापार और आतंकवाद पर प्रभावी नियंत्रण।

ईरानी सेना प्रमुख ने दिए निर्माण कार्य तेज करने के निर्देश

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने हाल ही में सिस्तान और बलूचिस्तान क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां तैनात वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ सीमा सुरक्षा पर अहम बैठक की और स्पष्ट निर्देश दिए कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लगी पूर्वी सीमा पर सुरक्षा दीवार का कार्य तेजी से पूरा किया जाए।

इस परियोजना की शुरुआत दो साल पहले हुई थी और इसका पहला चरण 120 किलोमीटर तक बनकर तैयार भी हो चुका है। हाल ही में इसमें और 22 किलोमीटर का हिस्सा जोड़ा गया है। दीवार की कुल लंबाई लगभग 953 किलोमीटर प्रस्तावित है, जिसमें अकेले रजावी खोर क्षेत्र में 300 किलोमीटर से अधिक हिस्से का निर्माण प्रगति पर है।

मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी (सोर्स-इंटरनेट)

पाकिस्तान से आतंकी गतिविधियों और तस्करी को लेकर ईरान चिंतित

ईरान, खासकर उसके सिस्तान और बलूचिस्तान जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में, पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र से संचालित हो रहे आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों से लगातार प्रभावित हो रहा है। जैश अल-अदल जैसे आतंकी संगठन ईरान के सुरक्षा बलों और पुलिस पर लगातार हमले कर रहे हैं।

अक्टूबर 2023 में तफ्तान क्षेत्र में इस आतंकी संगठन के हमले में 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। बीते चार वर्षों में 100 से अधिक ईरानी नागरिक इन हमलों का शिकार बन चुके हैं। ईरान ने सीधे तौर पर पाकिस्तान पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाया और जनवरी 2024 में पाकिस्तानी बलूचिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी ईरान पर मिसाइलें दागी थीं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।

ईरान की सीमा सुरक्षा रणनीति और प्राथमिकता

हालांकि ईरान देश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों सीमाओं पर दीवार बनाने की परियोजना चला रहा है, लेकिन प्राथमिकता पूर्वी सीमा को दी जा रही है क्योंकि वहां की सुरक्षा स्थिति सबसे अधिक अस्थिर है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों ही ओर से घुसपैठ, हथियारों की तस्करी, ड्रग्स का अवैध व्यापार और आतंकी घुसपैठ जैसी समस्याएं लगातार बनी हुई हैं।

Exit mobile version