गायक जुबिन गर्ग केस में नया मोड़: दो निजी सुरक्षा कर्मी गिरफ्तार, जानें कैसे हुआ खुलासा?

गायक जुबिन गर्ग की मौत से जुड़े मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। उनके दो निजी सुरक्षा कर्मियों को करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेन-देन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। असम सरकार ने जांच की निगरानी के लिए न्यायिक आयोग गठित किया है, जो सीआईडी की जांच की समीक्षा करेगा।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 10 October 2025, 12:28 PM IST

Assam: असम पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने दिवंगत गायक जुबिन गर्ग के दो निजी सुरक्षा कर्मियों, नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य, को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि दोनों के बैंक खातों में पिछले चार से पांच सालों में एक करोड़ रुपये से अधिक का संदिग्ध लेन-देन हुआ है। नंदेश्वर बोरा के खाते में लगभग ₹70 लाख, जबकि परेश बैश्य के खाते में ₹40 लाख के ट्रांजेक्शन दर्ज किए गए हैं।

दोनों सुरक्षाकर्मी निलंबित

इन अनियमित लेन-देन की जानकारी सामने आने के बाद, असम पुलिस ने इसी सप्ताह दोनों निजी सुरक्षा अधिकारियों को उनकी सेवाओं से निलंबित कर दिया था। जांच अधिकारियों ने बताया कि दोनों को अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।

क्या जुबिन ने अपने PSO के खातों में रखे पैसे?

सूत्रों के अनुसार, जुबिन गर्ग ने कथित तौर पर अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए अपने दोनों PSO के बैंक खातों का इस्तेमाल किया था। हालांकि, इस मामले पर गायक के परिजनों और करीबी लोगों ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। जुबिन ने अपने जीवनकाल में कई बार कहा था कि वे अपनी कमाई का एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए खर्च करते हैं।

जुबिन गर्ग की मौत की जांच जारी

गायक जुबिन गर्ग के असामयिक निधन ने पूरे देश को झकझोर दिया था। उनकी मौत की जांच असम पुलिस की SIT और क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) कर रही है। हाल ही में जांच टीम ने दो अन्य संदिग्धों, श्यामकनु महंत और सिद्धार्थ शर्मा, को भी गिरफ्तार किया था। दोनों पर अतिरिक्त धाराएं लगाई गई हैं।

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सरकार ने गठित किया न्यायिक आयोग

असम सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र न्यायिक आयोग का गठन किया है। यह आयोग सीआईडी की जांच की निगरानी करेगा और साक्ष्यों की स्वतंत्र जांच करेगा। आयोग को किसी भी चूक या अनियमितता पर कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है।

न्यायिक आयोग को मिले विशेष अधिकार

यह आयोग न केवल जांच की पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, बल्कि उन लोगों को भी मंच देगा जो जुबिन गर्ग की मौत से संबंधित कोई जानकारी साझा करना चाहते हैं। सरकार ने कहा है कि जांच में पारदर्शिता और निष्पक्षता बरकरार रखी जाएगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

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जुबिन गर्ग की विरासत

जुबिन गर्ग असम और पूर्वोत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक थे। उनके निधन से लाखों प्रशंसकों में दुख की लहर फैल गई। संगीत जगत में उन्हें एक सादगीपूर्ण और समाजसेवी कलाकार के रूप में जाना जाता था। अब जब उनकी मौत से जुड़ी जांच नए मोड़ ले रही है, लोग न्याय और सच्चाई की उम्मीद लगाए हुए हैं।

Location : 
  • Assam

Published : 
  • 10 October 2025, 12:28 PM IST