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मैनपुरी में स्टे ऑर्डर की खुली धज्जियां: प्लॉट पर जबरन जुताई, पीड़ित को जान से मारने की धमकी

मैनपुरी में जमीन विवाद के दौरान स्पष्ट स्टे आदेश के बावजूद विपक्षियों ने प्लॉट पर जबरन जुताई किया। विरोध करने पर पीड़ित को गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी गई। डर के माहौल में जी रहे परिवार ने कार्रवाई की मांग की है।
Post Published By: Asmita Patel
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मैनपुरी में स्टे ऑर्डर की खुली धज्जियां: प्लॉट पर जबरन जुताई, पीड़ित को जान से मारने की धमकी

Mainpuri: मैनपुरी शहर के शांति नगर, आगरा रोड में रहने वाले विमलेश बाबू के प्लॉट पर जबरन कब्जा करने की कोशिश का मामला सामने आया है। पीड़ित ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर बताया कि न्यायालय द्वारा जारी स्टे आदेश के बावजूद विपक्षी पक्ष ने सुबह-सुबह प्लॉट पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचकर जबरन जुताई कराई। विरोध करने पर उन्हें गालियाँ दी गईं और जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले।

वर्ष 2016 से चल रहा विवाद

पीड़ित ने प्रार्थना पत्र में बताया कि उनका 25×40 फीट (1000 वर्ग feet) का प्लॉट मौजा महाव, गाटा संख्या 294 में स्थित है। यह भूमि वर्ष 2016 से विवादित है और मामला तहसील एवं जिला न्यायालय में विचाराधीन है। न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया है कि प्लॉट पर किसी भी प्रकार का कब्जा, निर्माण या छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इसके बावजूद विपक्षी पक्ष सतेंद्र कुमार, अतुल मिश्रा, राघवेंद्र कैमरा, रामअवध, शिवेंद्र, प्रवीण, अमरेंद्र और अश्वनी सहित अन्य लोग लगातार प्लॉट पर कब्जे की कोशिश कर रहे हैं।

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13 नवंबर सुबह 4:45 बजे जबरन जुताई का प्रयास

पीड़ित के अनुसार यह घटना रविवार सुबह 4:45 बजे की है। उस समय विपक्षी पक्ष ट्रैक्टर लेकर आया और प्लॉट की जबरन जुताई शुरू कर दी। पीड़ित को सूचना मिली तो उन्होंने तत्काल पुलिस को कॉल किया और मौके पर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने जुताई का विरोध किया, विपक्षियों ने उन्हें गंदी-गंदी गालियाँ दीं और जमकर धमकियां दीं। प्लॉट पर अपना कब्जा बताने का दावा करते हुए हंगामा किया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही कई व्यक्ति मौके से भाग निकले।

“लगातार धमकियां मिल रही हैं…”

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विमलेश बाबू ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। विपक्षी कई महीनों से दबाव बनाते हैं, डराते-धमकाते हैं, मौके पर पहुंचकर लड़ाई झगड़ा करते हैं और जमीन पर कब्जा करने की नीयत से तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं पीड़ित के शब्दों में अदालत के आदेश के बावजूद उनका मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि वे रात हो या सुबह, जब मन चाहे आकर जुताई, खोदाई या कब्जा करने लगते हैं।

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