जनपद गोरखपुर में संगठित अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सख्त अभियान के तहत पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे विभाग में फर्जी नियुक्ति दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंगस्टर की लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त कर ली है।पढिए पूरी खबर

फर्जी नौकरी का काला खेल बेनकाब
गोरखपुर: जनपद गोरखपुर में संगठित अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सख्त अभियान के तहत पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे विभाग में फर्जी नियुक्ति दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंगस्टर की लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त कर ली है। यह कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत की गई, जिससे जिले में सक्रिय ठगी और फर्जीवाड़े के नेटवर्क पर करारा प्रहार माना जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नायर के निर्देश पर, पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण में, थाना एम्स और थाना कैण्ट की संयुक्त पुलिस टीम ने राजस्व विभाग के सहयोग से यह कार्रवाई की। जिलाधिकारी गोरखपुर के आदेश के क्रम में गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के अंतर्गत यह जब्तीकरण किया गया।
बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये की ठगी
पुलिस के अनुसार, थाना कैण्ट में पंजीकृत मु0अ0सं0 329/2025 के तहत अभियुक्त चन्द्र शेखर आर्य पुत्र स्व. रामधनी द्वारा अपराध से अर्जित की गई अवैध संपत्तियों को 17 दिसंबर 2025 को जब्त किया गया। अभियुक्त पर आरोप है कि वह रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये की ठगी करता था और उसी धन से उसने बहुमूल्य संपत्तियां अर्जित कीं।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
अभियुक्त चन्द्र शेखर आर्य का वर्तमान पता एलआईजी-डी-39, राप्ती नगर फेज-4, रेल बिहार रोड, शाहपुर, गोरखपुर है, जबकि उसका स्थायी पता ग्राम बरहपार नसरतपुर, पोस्ट मंगारी, थाना सादात, जनपद गाजीपुर बताया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अभियुक्त का आपराधिक इतिहास भी रहा है। उसके विरुद्ध वर्ष 2024 में थाना कैण्ट पर धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके अतिरिक्त वर्ष 2025 में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मामला पंजीकृत है।
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कीमत लगभग 01 करोड़ रुपये
जब्त की गई संपत्ति में राप्ती नगर फेज-4 स्थित एलआईजी भूखंड संख्या 039 शामिल है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 01 करोड़ रुपये आंकी गई है। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार नगर, तहसील अमीन, थाना एम्स व थाना कैण्ट की पुलिस टीम मौजूद रही।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि संगठित अपराध और ठगी करने वाले गिरोहों के विरुद्ध यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। फर्जी नियुक्ति, दस्तावेजी धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट से जुड़े अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को जब्त किया जाएगा, ताकि समाज में कानून का भय और न्याय की स्थापना सुनिश्चित हो सके।