मिड कैप फंड ने रचा इतिहास, छोटे निवेशकों को दिया 5 करोड़ का बड़ा लाभ

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड ने 30 साल में 22% से ज्यादा का दमदार CAGR दिया। लंबी अवधि के निवेश और कंपाउंडिंग ने छोटी राशि को करोड़ों में बदल दिया। 2000 रुपये की मासिक SIP से 5.17 करोड़ का मेगा कॉर्पस तैयार हुआ।

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 10 December 2025, 3:20 PM IST

New Delhi: आज के समय में म्यूचुअल फंड निवेश युवा से लेकर रिटायरमेंट प्लानिंग करने वाले हर व्यक्ति की पहली पसंद बनता जा रहा है। खासकर एसआईपी (Systematic Investment Plan) ने निवेशकों के लिए disciplined investment का सरल रास्ता खोला है। लेकिन क्या वाकई सिर्फ ₹2000 की मंथली SIP से 5 करोड़ रुपये का मेगा फंड बनाया जा सकता है? यह सवाल सुनने में भले ही असंभव लगे, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश और कंपाउंडिंग की ताकत इसे पूरी तरह संभव बनाती है। इसी का एक शानदार उदाहरण निप्पॉन इंडिया के ग्रोथ मिड कैप फंड ने पेश किया है।

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड ने किया कमाल

निप्पॉन इंडिया का यह मिड कैप फंड भारत के सबसे पुराने और सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड्स में से एक माना जाता है। यह फंड 8 अक्टूबर 1995 को लॉन्च हुआ था और पिछले 30 सालों में लगभग 22 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) का जबरदस्त रिटर्न दिया है।

निप्पॉन इंडिया के इस फंड ने निवेशकों को छोटी-सी SIP को भी करोड़ों के कॉर्पस में बदलने का दमदार मौका दिया। इसका उदाहरण सबसे अच्छा 2000 रुपये प्रति माह वाला SIP मॉडल है, जिसने लॉन्ग टर्म में निवेश किया होता, तो आज 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड बन चुका होता।

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कंपाउंडिंग का जादू: कैसे 2000 रुपये बने 5 करोड़?

निवेश की दुनिया में कंपाउंडिंग को 'The 8th Wonder of the World' कहा जाता है। जितना लंबा समय, उतना बड़ा फायदा।

अगर किसी निवेशक ने अक्टूबर 1995 से इस फंड में हर महीने ₹2,000 की SIP शुरू की होती और 30 साल तक बिना रुके निवेश जारी रखा होता, तो उसका कुल निवेश केवल-

₹2,000 × 12 × 30 = ₹7,20,000 यानि सिर्फ 7.2 लाख रुपये!

लेकिन फंड के 22.44% के CAGR रिटर्न की वजह से यह राशि समय के साथ तेजी से बढ़कर लगभग ₹5.17 करोड़ रुपये से अधिक हो जाती।

यह कंपाउंडिंग की सबसे बड़ी ताकत है- छोटे निवेश को समय के साथ कई गुना करने की क्षमता।

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- गूगल)

30 साल में रिटर्न कैसे बढ़ता गया?

एसआईपी में शुरुआती 5-7 साल में ग्रोथ धीमी दिखती है। लेकिन जब निवेश 15-20 साल का हो जाता है, तब कंपाउंडिंग तेजी से काम करती है। यही वजह है कि 7 लाख का निवेश 5 करोड़ तक पहुंच गया।निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड ने अपने स्थिर प्रदर्शन, अच्छे मिड कैप स्टॉक्स में निवेश और मजबूत मैनेजमेंट स्ट्रेटेजी की बदौलत लॉन्ग टर्म में निवेशकों के लिए करोड़ों का कॉर्पस तैयार किया।

मिड कैप फंड क्यों देते हैं ज्यादा रिटर्न?

  • मिड कैप कंपनियाँ तेजी से ग्रोथ करती हैं।
  • बड़े कैप से ज्यादा ग्रोथ पोटेंशियल
  • सही चुनाव पर मल्टीबैगर बनने के चांस
  • लॉन्ग टर्म में ऊँची रिटर्न दर

हालांकि, इनमें जोखिम भी थोड़ा ज्यादा होता है, इसलिए लॉन्ग टर्म निवेश ही सबसे बेहतर रणनीति मानी जाती है।

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क्या आज कोई इस तरह का कॉर्पस बना सकता है?

हाँ, बिल्कुल- आज भी लंबे समय तक लगातार निवेश करके इसी तरह का बड़ा कॉर्पस बनाया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है-

• सही फंड का चुनाव
• नियमित SIP
• बेवजह बदलाव न करना
• 20-30 साल का लंबा नजरिया
• मार्केट के उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं

अगर रिटर्न 18-22% के आसपास रहता है, तो छोटे निवेश से भी करोड़ों रुपये बनने की पूरी संभावना रहती है।

निवेश हमेशा सलाह लेकर करें

म्यूचुअल फंड मार्केट-लिंक्ड प्रोडक्ट हैं, इसलिए इसमें जोखिम रहता है। हर निवेशक की जरूरतें और रिस्क प्रोफाइल अलग होती है। इसलिए फंड चुनने और लॉन्ग टर्म निवेश शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सिर्फ जागरूकता और शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

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  • New Delhi

Published : 
  • 10 December 2025, 3:20 PM IST