Lucknow: त्योहारों की रौनक के बाद अब सर्राफा बाजार में तेजी की जगह मंदी का माहौल दिख रहा है। सोना-चांदी के भाव में बुधवार को एक बार फिर भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे खरीदारों और निवेशकों के बीच कन्फ्यूजन का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से लगातार चढ़ान पर रहे सोने के दाम अब औंधे मुंह गिर गए हैं। जानकारों का कहना है कि यह गिरावट “करेक्शन फेज” का हिस्सा है, यानी बीते महीनों की रिकॉर्ड तेजी के बाद बाजार में स्वाभाविक मुनाफा-वसूली का दौर चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के सर्राफा बाजारों में बुधवार, 5 नवंबर 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,22,500 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो बीते दिन की तुलना में लगभग ₹2,000 सस्ती है। वहीं 22 कैरेट सोना ₹1,12,390 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹91,980 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हो रहा है। चांदी की कीमत में भी तेज गिरावट देखने को मिली है और यह ₹1,50,900 प्रति किलोग्राम तक नीचे आ गई है।
लखनऊ से वाराणसी तक गिरावट का असर
राजधानी लखनऊ से लेकर वाराणसी, कानपुर, नोएडा और मेरठ तक हर जगह सोने की कीमतों में गिरावट का असर देखने को मिला। लखनऊ के हजरतगंज स्थित एक ज्वेलर ने बताया कि पिछले सप्ताह जहां ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही थी, वहीं अब लोग दाम घटने की उम्मीद में खरीदारी टाल रहे हैं।
नोएडा और गाजियाबाद में भी गोल्ड ज्वेलरी की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं वाराणसी के सर्राफा बाजार में दुकानदारों ने बताया कि चांदी की मांग फिलहाल सुस्त है, क्योंकि त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद ग्राहक इंतजार की मुद्रा में हैं।
खरीदारों में कन्फ्यूजन: अब खरीदें या रुकें?
सोने-चांदी के दामों में अचानक आई गिरावट से आम खरीदारों में असमंजस की स्थिति है। लोगों के मन में यह सवाल है कि क्या यह खरीदारी का सही वक्त है या अभी और गिरावट का इंतजार किया जाए?
कानपुर के सर्राफा व्यापारी राजीव अग्रवाल का कहना है, “पिछले तीन महीनों में सोने में 50% से ज्यादा तेजी आई थी। अब बाजार स्वाभाविक तौर पर ठंडा हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में स्थिरता के कारण सोने की कीमतों में दबाव दिख रहा है।”
वहीं निवेशक वर्ग का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है और अगर वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ती है- खासकर मध्य पूर्व या यूरोप में जियो-पॉलिटिकल टेंशन- तो सोना फिर से चढ़ान पकड़ सकता है।
क्यों गिर रहे हैं सोने-चांदी के दाम?
जानकारों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे कई आर्थिक कारण हैं।
- डॉलर इंडेक्स में मजबूती: डॉलर के मजबूत होने से निवेशक सोने से पैसा निकालकर अन्य एसेट्स में निवेश कर रहे हैं।
- ब्याज दरों का असर: कई देशों में ब्याज दरें स्थिर रहने या घटने की उम्मीद से निवेशक अब बॉन्ड मार्केट की ओर झुक रहे हैं।
- त्योहारों के बाद मांग में कमी: दीपावली और धनतेरस जैसे त्यौहार बीतने के बाद गोल्ड की मांग में स्वाभाविक गिरावट आई है।
- मुनाफा वसूली का दौर: पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल के बाद अब निवेशक मुनाफा वसूल रहे हैं।
चांदी भी नहीं बची गिरावट से
सोने के साथ-साथ चांदी में भी गिरावट का सिलसिला जारी है। चांदी की कीमत ₹1,50,900 प्रति किलोग्राम दर्ज की गई, जबकि बीते हफ्ते यह ₹1,54,000 के करीब थी। यानी एक ही सप्ताह में चांदी ₹3,000 से अधिक सस्ती हो गई है। चांदी के आभूषणों और बर्तनों की मांग में भी मंदी दर्ज की जा रही है।
Gold Price Today: सोने-चांदी के भाव में फिर तेजी, क्या एक बार फिर रिकॉर्ड ऊंचाई छुएगा गोल्ड?
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
आर्थिक विश्लेषक मानते हैं कि यह गिरावट निवेशकों के लिए “गोल्डन मौका” साबित हो सकती है। दिल्ली बुलियन एसोसिएशन से जुड़े एक विशेषज्ञ का कहना है, “अगर कोई लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहता है, तो यह खरीदारी का सही समय है। क्योंकि अगले साल की पहली तिमाही में सोना फिर से 10-15% तक उछाल पकड़ सकता है।” हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मौजूदा कीमतें अनुमानित हैं और हर शहर में ज्वेलर्स अपने हिसाब से चार्ज व जीएसटी जोड़ते हैं, इसलिए वास्तविक दरों में अंतर संभव है।

