Site icon Hindi Dynamite News

पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्या, पहले हुआ था बेटे का मर्डर, जानें पूरी मिस्ट्री

पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की शुक्रवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। परिजनों और सांसद पप्पू यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर सवाल उठाए हैं।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
Published:
पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्या, पहले हुआ था बेटे का मर्डर, जानें पूरी मिस्ट्री

Patna: बिहार की राजधानी, एक बार फिर अपराध की भयावह घटना से दहल उठी। शुक्रवार देर रात गांधी मैदान थाना क्षेत्र में मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरअसल, यह सनसनीखेज वारदात उस समय हुई, जब खेमका अपनी कार से पटना क्लब से घर लौट रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, होटल पनाश के पास उनके अपार्टमेंट के गेट पर उतरते ही घात लगाए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। रात करीब 11:30 बजे की इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया। खेमका को तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जानकारी के अनुसार, गोपाल खेमका पटना के प्रतिष्ठित व्यवसायी थे और कभी शहर के प्रमुख मगध हॉस्पिटल के मालिक रहे थे। उनकी वैचारिक निकटता भारतीय जनता पार्टी से थी। इस हत्याकांड ने छह साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्या की याद ताजा कर दी, जिन्हें 20 दिसंबर 2018 को वैशाली के औद्योगिक थाना क्षेत्र में अपराधियों ने गोली मार दी थी। उस घटना के बाद भी खेमका परिवार ने भारी आघात सहा था और अब गोपाल खेमका की हत्या ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

पुलिस की लापरवाही पर सवाल

घटना के बाद परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। गोपाल के छोटे भाई संतोष खेमका ने बताया कि घटना की सूचना देने के बावजूद गांधी मैदान थाने की पुलिस डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची। सिटी एसपी (मध्य) भी दो घंटे बाद घटनास्थल पर आईं। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मौके पर पड़े गोली के खोखों को ईंट और बांस से घेरकर लापरवाही बरती। अस्पताल में भी परिजनों ने हंगामा किया, जिसमें बिहार पुलिस की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया गया।

पप्पू यादव का तीखा सवाल

घटना की गंभीरता को देखते हुए पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह परिवार आखिर कब तक अपराधियों की बलि चढ़ता रहेगा? छह साल पहले गोपाल खेमका के बेटे की हत्या हुई थी और अब उनकी भी हत्या कर दी गई। यह पॉश इलाका है, थाने से महज 300 मीटर दूर, फिर भी अपराधी बेखौफ हत्या कर फरार हो जाते हैं। बिहार में कानून-व्यवस्था का क्या हाल है?”

परिजनों का गुस्सा फूटा

परिजनों और स्थानीय उद्योगपतियों ने बिहार सरकार पर तीखा हमला बोला। उनका कहना था कि अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वे घर में घुसकर हत्याएं कर रहे हैं। परिवार ने कहा, “पुलिस को सूचना देने के बाद भी दो घंटे तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है।”

पुलिस कर रही सीसीटीवी फुटेज की जांच

सिटी एसपी (मध्य) दीक्षा ने बताया कि गोपाल खेमका को सिर के पास से गोली मारी गई, जिससे उनकी तत्काल मौत हो गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और हर पहलू की जांच कर रही है। उन्होंने दावा किया कि अपराधी बच नहीं पाएंगे।

Exit mobile version