Dehradun: उत्तराखंड में मानसून पूरे जोर पर है। देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और बागेश्वर जैसे पहाड़ी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। बादलों ने आसमान पर डेरा डाल रखा है और लगातार तेज बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़क अवरोध की खबरें भी आ रही हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया रेड और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने देहरादून समेत कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट अगले पांच दिनों तक लागू रहेगा जबकि कुछ जिलों के लिए मंगलवार तक रेड अलर्ट घोषित किया गया है। चेतावनी दी गई है कि गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
उत्तराखंड में मानसून बना आफत: प्रदेश में ऑरेंज-रेड अलर्ट जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
नदियां उफान पर, खतरे की सीमा के करीब
भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खासकर निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन रही है। भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ने के कारण यात्रा करने वालों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
प्रशासन सतर्क, लोगों से की गई अपील
राज्य के सभी जिलों में प्रशासन को अलर्ट मोड में रखा गया है। स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी रखें और राहत एवं बचाव दलों को तैनात रखें। जनता से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
सितंबर के पहले सप्ताह में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। दूसरे सप्ताह से बारिश की तीव्रता कुछ कम हो सकती है, लेकिन तब तक लगातार सावधानी बरतना जरूरी है।
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यात्रा और ट्रेकिंग पर लग सकती है रोक
भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और संवेदनशील मार्गों पर प्रशासन द्वारा ट्रैफिक रोका जा सकता है। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा की योजना मौसम की स्थिति देखकर ही बनाएं।

