रामनगर में मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस ने रानीखेत रोड पर प्रदर्शन और पुतला दहन किया। पूर्व विधायक रणजीत रावत ने सरकार पर गांधी जी का अपमान करने और इतिहास मिटाने की कोशिश का आरोप लगाया।

पुतला दहन
Ramnagar: रामनगर में सोमवार को सियासत पूरी तरह गर्म नजर आई। रानीखेत रोड पर अचानक नारेबाजी, जलता हुआ पुतला और गुस्से में दिखते कांग्रेस कार्यकर्ता साफ बता रहे थे कि मामला विचारधारा और इतिहास से जुड़ा है। महात्मा गांधी नेशनल ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस ने खुलकर मोर्चा खोल दिया। संसद के बाद अब सड़कों पर उतरी कांग्रेस ने भाजपा सरकार को सीधे निशाने पर ले लिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को रामनगर के रानीखेत रोड पर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक रणजीत रावत प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव को तुरंत वापस लेने की मांग की।
Nainital: रामनगर में युवक की बर्बरता से पिटाई करने और तमंचा तानने के 3 आरोपी गिरफ्तार
पूर्व विधायक रणजीत रावत ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार देने वाली योजना है। जिसे विश्व बैंक तक ने मान्यता दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री द्वारा संसद में इस योजना को कांग्रेस की असफलताओं का स्मारक बताना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सीधे तौर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान है।
मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ रामनगर में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन। रानीखेत रोड पर कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला दहन किया। पूर्व विधायक रणजीत रावत ने कहा- मनरेगा गरीबों की जीवनरेखा है। गांधी के नाम से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं।#MNREGA #RamNagar #CongressProtest… pic.twitter.com/GdMKveGBk7
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) December 29, 2025
रणजीत रावत ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब देशभर में फैक्ट्रियां, दुकानें, स्कूल और रोजगार के तमाम साधन बंद हो गए थे, तब मनरेगा ही गरीबों और ग्रामीणों के लिए जीवनरेखा साबित हुई। लाखों लोगों को इसी योजना के तहत काम मिला और उनके परिवारों का गुजारा संभव हो सका। उन्होंने कहा कि ऐसी जनकल्याणकारी योजना का नाम बदलने का प्रस्ताव मोदी सरकार की जनविरोधी सोच को दर्शाता है।
पूर्व विधायक ने कहा कि “डबल इंजन सरकार” लोकसभा में मनरेगा का नाम बदलने का प्रस्ताव लाई है, जिसका कांग्रेस देशभर में विरोध कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले खादी ग्राम उद्योग से गांधी जी की तस्वीर हटाई गई, चरखे के साथ उनकी पहचान कमजोर करने की कोशिश की गई और अब मनरेगा से उनका नाम हटाने का प्रयास हो रहा है। यह सरकार इतिहास को मिटाना चाहती है, लेकिन महात्मा गांधी, नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को देश की जनता के दिलों से नहीं हटाया जा सकता।
कॉर्बेट क्षेत्र में Christmas की धूम, पर्यटकों से गुलजार रहे रामनगर और आसपास के रिसॉर्ट्स
रणजीत रावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि आज मनरेगा का नाम बदला जा रहा है। कल नोटों से गांधी जी की तस्वीर हटाने की कोशिश की जाएगी। कांग्रेस ऐसे हर कदम का सड़कों से संसद तक विरोध करती रहेगी। इसी के तहत कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला दहन कर अपना आक्रोश जताया।