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हरिद्वार के नवोदय नगर में पार्वती रामलीला, लेकिन इस बार होने वाला है क्या कुछ खास?

नवोदय नगर का माहौल मंगलवार को परंपरा, संस्कृति और उत्साह से सराबोर हो उठा। अवसर था पार्वती रामलीला और सामूहिक विवाह समारोह का, जिसका आयोजन पर्वतीय बंधु समाज कला मंच द्वारा बड़े धूमधाम से किया गया।
Post Published By: Poonam Rajput
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हरिद्वार के नवोदय नगर में पार्वती रामलीला, लेकिन इस बार होने वाला है क्या कुछ खास?

Navodaya Nagar: नवोदय नगर का माहौल मंगलवार को परंपरा, संस्कृति और उत्साह से सराबोर हो उठा। अवसर था पार्वती रामलीला और सामूहिक विवाह समारोह का, जिसका आयोजन पर्वतीय बंधु समाज कला मंच द्वारा बड़े धूमधाम से किया गया। इस आयोजन ने जहां भारतीय संस्कृति और लोक परंपराओं को जीवंत किया, वहीं समाजिक एकता और सौहार्द का अनोखा संदेश भी दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मंगल गीतों और धार्मिक अनुष्ठानों के बीच हुई। जयघोषों के बीच पारंपरिक विधि-विधान से विवाह संपन्न हुए। इस दौरान नव दंपतियों पर न केवल परिवारजनों का आशीर्वाद बरसा बल्कि सामूहिक रूप से मातृशक्ति और भगवान राम की कृपा का आभास भी हुआ। मंच पर मौजूद अतिथियों ने नव दंपतियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

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मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में श्री मोहन राणा, कविराज चौहान, शाहिद दुर्गेश, मनोज भट्ट, देवेंद्र राणा, दिनेश पांडे, नौटियाल, उज्ज्वल पंडित सहित समाज के प्रबुद्ध जन और बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल रहे। सभी ने सामूहिक आयोजनों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे प्रयास न केवल आर्थिक बोझ को कम करते हैं बल्कि भाईचारा, समानता और प्रेम की भावना को भी मजबूती प्रदान करते हैं।

वक्ताओं ने यह भी कहा कि सामूहिक विवाह बेटा और बेटी दोनों के जीवन को समान महत्व देने का संदेश है। यह आयोजन समाज को अपनी जड़ों से जोड़ने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी को भारतीय संस्कारों और परंपराओं से अवगत कराने का महत्वपूर्ण माध्यम है।

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नवोदय नगर में आयोजित इस भव्य समारोह ने संस्कृति, एकता और परंपरा का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। रामलीला के मंचन और विवाह संस्कारों ने पूरे नगर को भक्ति, श्रद्धा और आनंद से भर दिया। आयोजन में उपस्थित लोगों ने इसे एक ऐतिहासिक और यादगार अवसर बताया।

इस अवसर ने सिद्ध कर दिया कि परंपराओं के संरक्षण और समाज में एकता बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयास ही सबसे सशक्त साधन हैं।

 

 

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