नैनीताल में चमत्कार! एक मिनट में दस बार मंत्र पढ़कर 3 साल की बच्ची ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड

नैनीताल की तीन वर्षीय बच्ची ने अपनी अद्भुत स्मरण शक्ति और स्पष्ट उच्चारण के बल पर एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड बना दिया। उसने एक मिनट में दस बार ‘कृष्णाय वासुदेवाय हरेय परमात्मने’ मंत्र पढ़कर Influencer Book of World Records में नाम दर्ज कराया।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 8 December 2025, 2:10 PM IST

Nainital: जिस उम्र में अधिकांश बच्चे शब्दों का सही उच्चारण सीख रहे होते हैं, उस उम्र में नैनीताल की तीन वर्षीय बच्ची सुषशी तिवारी ने अपनी असाधारण प्रतिभा से सबको चकित कर दिया है। नन्हीं सुषशी ने सिर्फ एक मिनट के अंदर दस बार ‘कृष्णाय वासुदेवाय हरेय परमात्मने…’ मंत्र का स्पष्ट और पूर्ण उच्चारण करके एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस अविश्वसनीय क्षमता ने उसे Influencer Book of World Records में स्थान दिलाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, 29 सितंबर 2025 को हुई इस रिकॉर्ड-ब्रेकिंग उपलब्धि का वीडियो रिकॉर्ड टीम के लिए भी आश्चर्य का कारण रहा। इतनी छोटी उम्र में इतनी गहरी आध्यात्मिक समझ और स्पष्ट उच्चारण ने विशेषज्ञों को भी प्रभावित किया।

सभी आवश्यक परीक्षणों और सत्यापन के बाद संस्था ने 13 अक्टूबर 2025 को आधिकारिक रूप से प्रमाण पत्र जारी करते हुए सुषशी का नाम विश्व रिकॉर्ड की सूची में शामिल किया।

परिवार का नाम किया रौशन

स्थानीय लोग और परिवार इस उपलब्धि से बेहद उत्साहित और गौरवान्वित हैं। सुषशी के माता-पिता, आदित्य तिवारी और तनुजा तिवारी, का कहना है कि उन्होंने कभी उस पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया। घर का शांत और आध्यात्मिक माहौल ही उसके सीखने की प्रक्रिया का आधार बना।

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परिवार ने बताया कि सुषशी ने बचपन से ही मंत्रों और भजनों में रुचि दिखाई और महज तीन साल की उम्र में वह न केवल 20 से अधिक मंत्र कंठस्थ बोल लेती है, बल्कि पूरी हनुमान चालीसा भी बिना अटकावट के सुना देती है।

रिकॉर्ड संस्था ने क्या कहा?

रिकॉर्ड संस्था ने पत्र में लिखा कि सुषशी की यह उपलब्धि उसके नियमित अभ्यास, ध्यान और सीखने की अद्भुत क्षमता का प्रमाण है। संस्था ने कहा कि इतनी छोटी उम्र में आध्यात्मिक विषयों के प्रति रुचि जगाना वर्तमान समय में प्रेरणादायक है और यह उन परिवारों के लिए मिसाल है जो अपने बच्चों को सकारात्मक माहौल देना चाहते हैं। संस्था ने यहां तक कहा कि सुषशी की सीखने की गति और उच्चारण की स्पष्टता उसे सामान्य बच्चों से अलग बनाती है।

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कौन हैं सुषशी तिवारी?

सुषशी का जन्म 26 दिसंबर 2022 को नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में हुआ। परिवार वर्तमान में गुरुग्राम में निवास करता है, जहां आदित्य तिवारी कार्यरत हैं। सुषशी फिलहाल नर्सरी कक्षा में पढ़ती है और घर में उसे नियमित रूप से मंत्रों के अभ्यास का माहौल मिलता है। माता-पिता बताते हैं कि बच्ची स्वाभाविक रूप से इस दिशा में रुचि रखती है और उन्हें बस प्रोत्साहित करने की जरूरत पड़ती है।

Location : 
  • Nainital

Published : 
  • 8 December 2025, 2:10 PM IST