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Haridwar News: हरिद्वार में कोरोना ने पसारे पैर, हरिद्वार सीएमओ ने चारधाम यात्रियों से की ये अपील

देशभर में कोविड-19 मामलों में हो रही वृद्धि के मद्देनज़र, हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से खास अपील की है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Haridwar News: हरिद्वार में कोरोना ने पसारे पैर, हरिद्वार सीएमओ ने चारधाम यात्रियों से की ये अपील

हरिद्वार: देशभर में कोविड-19 मामलों में हो रही वृद्धि के मद्देनज़र, हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश सिंह सोमवंशी ने चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं से सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की है। उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करें, भीड़-भाड़ से बचें और हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।

चिकित्सा इकाइयों को किया अलर्ट

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, डॉ. सोमवंशी ने बताया कि हरिद्वार जिले में इस समय कोई भी सक्रिय कोविड मामला दर्ज नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है। विभाग ने संभावित संक्रमण की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की पूरी व्यवस्था कर रखी है। सभी चिकित्सा इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है और निगरानी बढ़ा दी गई है।

बद्रीनाथ मार्ग पर दो नए कोविड मामलों की पुष्टि

चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ और बद्रीनाथ मार्ग पर दो नए कोविड मामलों की पुष्टि हुई है। इस खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों क्षेत्रों में स्क्रीनिंग और निगरानी को और तेज कर दिया है। यात्रियों की नियमित थर्मल स्कैनिंग की जा रही है और संदिग्ध मामलों को तुरंत आइसोलेट किया जा रहा है।

देशभर में कोविड मामलों की संख्या एक बार फिर चिंताजनक स्तर पर पहुंच रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, सक्रिय मामलों की संख्या 4,000 के पार पहुंच गई है। यह स्थिति खासतौर पर धार्मिक यात्राओं और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में संक्रमण के प्रसार की आशंका को बढ़ा रही है।

सीएमओ ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में कोविड गाइडलाइंस का पालन न केवल यात्रियों की, बल्कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी अपील में यह भी कहा गया है कि बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण महसूस होने पर यात्री यात्रा से पहले ही अपनी जांच कराएं और आवश्यकता हो तो यात्रा स्थगित करें।

डॉ. सोमवंशी ने अंत में कहा, “हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि हम इस पवित्र यात्रा को सुरक्षित और संक्रमणमुक्त बनाएं। आपकी सतर्कता ही हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा है।”

 

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