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Hardoi News: 70 साल से विद्युतीकरण की आस में ग्रामीण, यहां नहीं पहुंची सरकारी योजनाएं

हरदोई के सुरसा के सुगवां ग्राम पंचायत से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां ग्रामीणों ने बिजली को लेकर डीएम से फरियाद लगाई है। पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़
Post Published By: Tanya Chand
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Hardoi News: 70 साल से विद्युतीकरण की आस में ग्रामीण, यहां नहीं पहुंची सरकारी योजनाएं

हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 20 सालों से गांव में बिजली न आने से त्रस्त ग्रामीणों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से गुहार लगाई। ग्रामीणों के साथ में हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने भी पहुंच कर उनकी आवाज उठाई और गांव का विद्युतीकरण कराने की मांग रखी।

20 साल पहले लगा था पोल
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार विकास खंड सुरसा के शिवबक्श पुरवा मजरा सुगवां में 20 वर्ष पूर्व राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत पोल लगाए गए थे, लेकिन तब से अब तक इस पोल में तार नहीं लग सके, तब से आज तक गांव में विद्युतीकरण का हाल जस का तस बना हुआ है।

भाजपा सरकार के आने के बाद भी नहीं आई बिजली
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भाजपा सरकार बनते ही ग्रामीणों को उजियारे की उम्मीद बढ़ी थी, पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी से उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

ग्रामीणों ने आंदोलन की दी चेतावनी
सुरसा ब्लाक के सुगवां गांव निवासी सौरभ कुमार, हरिकरण, रामचंद्र, रुक्मणी, शशि, मायदेवी सहित तमाम ग्रामीण आज कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहाँ हिन्दू जागरण मंच के जिला उपाध्यक्ष प्रांजल शुक्ला ने ग्रामीणों की आवाज उठाते हुए प्रशासन से जल्द विद्युतीकरण कराये जाने का अनुरोध किया। समस्या का समाधान होने को स्थिति में ग्रामीणों एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।

जिला अधिकारी हुए सतर्क
इसके अलावा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अनुनय झा को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति शुरू करने की मांग की। वहीं ऐसा कहा जा रहा है कि जिला अधिकारी ने मामले को गंभीरता से ले लिया है और विद्युत विभाग के अधिकारियों को बुलाया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई निर्देश दिए।

ग्रामीणों को हो रही है ये परेशानी
बता दें कि बिजली न होने से गांव में कई समस्याएं है, जिससे ग्रामीण काफी परेशान है। बता दें कि इससे बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है और किसानों को सिंचाई के लिए इंजन या जनरेटर का सहारा लेना पड़ता है। यही नहीं महिलाओं और बुजुर्गों को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की। लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला और उसके अलावा कुछ नहीं।

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