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Video: महराजगंज में विधवा पेंशन योजना में बड़ा घोटाला, महिलाओं के हक पर डाका, धर्म के आधार पर पक्षपात का आरोप

नौतनवा क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां विधवा महिला पेंशन योजना में भारी धांधली और घपलेबाजी का खुलासा हुआ है। देखिये पूरी सच्चाई
Post Published By: Rohit Goyal
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Video: महराजगंज में विधवा पेंशन योजना में बड़ा घोटाला, महिलाओं के हक पर डाका, धर्म के आधार पर पक्षपात का आरोप

महराजगंज: जनपद के नौतनवा क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां विधवा महिला पेंशन योजना में भारी धांधली और घपलेबाजी का खुलासा हुआ है। समाज कल्याण विभाग द्वारा विधवा एवं निराश्रित महिलाओं को जीवन यापन के लिए दी जाने वाली पेंशन का पैसा पिछले चार सालों से वास्तविक लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने इस गंभीर मामले की पड़ताल की तो पता चला कि नौतनवा में बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं हैं, जिनके खाते में पहले नियमित रूप से पेंशन की रकम आती थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इन्हें एक भी रुपया नहीं मिला है। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार जिले के उच्च अधिकारियों और संबंधित विभाग से शिकायत की, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जब कुछ महिलाओं ने अपने पेंशन खाते की जानकारी PFMS पोर्टल से निकलवाई तो पता चला कि खाता उनका है, नाम उनका है लेकिन पैसा किसी और के खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या बिना अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के यह घपला संभव है?

सरकार जहां पारदर्शिता के साथ निराश्रित महिलाओं को आर्थिक सहायता देने का दावा कर रही है, वहीं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी गरीब और असहाय महिलाओं के हक पर डाका डाल रहे हैं। इस खुलासे से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और महिलाओं में रोष व्याप्त है।

स्थानीय महिलाओं ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि अगर जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई और उन्हें उनका हक नहीं मिला तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगी। इस घपलेबाजी ने यह साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार की जड़ें जमीनी स्तर तक फैली हुई हैं और जिम्मेदार अफसरों की मिलीभगत से गरीबों का हक लगातार मारा जा रहा है।

अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और पीड़ित महिलाओं को कब उनका हक मिल पाता है।

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