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यूपी एसटीएफ की बड़ी कामयाबी: हत्थे चढ़ा करोड़ों का फ्रॉड करने वाला बदमाश, जानें 9 साल बाद कैसे दबोचा

प्रयागराज में छह करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में वांछित अभियुक्त नीरज कुमार जायसवाल उर्फ सुल्लू को एसटीएफ प्रयागराज ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर संगम कंस्ट्रक्शन कंपनी से करोड़ों रुपये गबन करने का आरोप है। पुलिस ने उसे मिन्टो पार्क क्षेत्र से पकड़ा और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
Post Published By: Mayank Tawer
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यूपी एसटीएफ की बड़ी कामयाबी: हत्थे चढ़ा करोड़ों का फ्रॉड करने वाला बदमाश, जानें 9 साल बाद कैसे दबोचा

Prayagraj: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को एक बड़ी सफलता मिली है। प्रयागराज में दर्ज करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहा आरोपी नीरज कुमार जायसवाल उर्फ सुल्लू को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ थाना जॉर्ज टाउन कमिश्नरेट प्रयागराज में मामला दर्ज था।

मिन्टो पार्क के पास से गिरफ्तारी

एसटीएफ की फील्ड इकाई प्रयागराज की टीम शुक्रवार दोपहर करीब 1:50 बजे अभियुक्त को मिन्टो पार्क स्थित मनकामेश्वर मंदिर की तरफ जाने वाली सड़क पर नए पुल के नीचे गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान नीरज कुमार जायसवाल उर्फ सुल्लू पुत्र राज किशोर निवासी 161/17 काशीराज नगर कटघर थाना मुट्ठीगंज प्रयागराज के रूप में हुई है।

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छह करोड़ से अधिक की गबन की बात कबूल

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने साथी सुधीर केसरवानी के साथ वर्ष 2016 से ‘संगम कंस्ट्रक्शन कंपनी’ में अभिकर्ता के रूप में काम करता था। इस दौरान दोनों ने कंपनी का भरोसा जीतकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर करीब 6 करोड़ 40 लाख रुपये गबन कर लिए। आरोपी ने बताया कि उन्होंने कंपनी के स्वामी को 75 लाख रुपये वापस किए, लेकिन शेष रकम लौटाने से इंकार कर दिया। इस पर वादी भौलेन्द्र सिंह निवासी बाघम्बरी गद्दी, अल्लापुर ने थाना जॉर्ज टाउन में मुकदमा दर्ज कराया।

किन धाराओं में हुआ मुकदमा दर्ज

प्रारंभ में केस धारा 406/420 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ था, लेकिन जांच के दौरान अभियुक्तों के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर इसे धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जालसाजी दस्तावेजों का उपयोग) में परिवर्तित किया गया। मामले में न्यायालय ने आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट (NBW) और धारा 82 सीआरपीसी के तहत उद्घोषणा पत्र जारी किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी नेपाल भाग गया था।

एसटीएफ की सतर्क कार्रवाई से हुआ गिरफ्तार

प्राप्त गोपनीय सूचना पर उपनिरीक्षक धर्मेंद्र सिंह और उनकी टीम मुख्य आरक्षी अमित शर्मा, राजेश कुमार, किशन चन्द्र, मु.आ. कमांडो दिलीप यादव के साथ चालक रविकांत सिंह ने कार्रवाई करते हुए नीरज को दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को थाना जॉर्ज टाउन, प्रयागराज में दाखिल किया गया है। स्थानीय पुलिस अब आगे की वैधानिक कार्यवाही कर रही है।

अधिकारी बोले- आर्थिक अपराधों पर सख्त कार्रवाई

एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी आर्थिक अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है। ऐसे मामलों में साक्ष्य आधारित जांच और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है ताकि कोई भी अपराधी कानून से बच न सके।

 

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