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UP News: कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में अभी भी सक्रिय हैं चोर, सीसीटीवी की मदद से गया पकड़ा 

  कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हेलेट अस्पताल की इमरजेंसी से चोरी की हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक बार फिर यह साबित होता है कि सरकारी अस्पतालों में अभी भी चोर गैंग सक्रिय हैं।
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UP News: कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में अभी भी सक्रिय हैं चोर, सीसीटीवी की मदद से गया पकड़ा 

kanpur News:  कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हेलेट अस्पताल की इमरजेंसी से चोरी की हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक बार फिर यह साबित होता है कि सरकारी अस्पतालों में अभी भी चोर गैंग सक्रिय हैं। जिसका बड़ा उदाहरण है सीसीटीवी कैमरा जिसमें एक चोर जूनियर डॉक्टर का मोबाइल चोरी कर लेता है लेकिन सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने मात्र 60 मिनट में मोबाइल चोर को गिरफ्तार कर लिया।

क्या है पूरा मामला

कानपुर का यह पूरा मामला हेलेट अस्पताल के ईएनटी विभाग का है। जानकारी के अनुसार, एक युवक मरीज बनकर इमरजेंसी में पहुंचा। उसने खुद को विकलांग दिखाते हुए जूनियर डॉक्टर को जांच कराने का बहाना किया। लेकिन जैसे ही डॉक्टर बातचीत में व्यस्त हुईं, उस युवक ने मौके का फायदा उठाकर उनकी एप्रन की पॉकेट से एप्पल मोबाइल निकाल लिया और वहां से निकल गया।

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई वारदात

आपको बताते चलें कि मोबाइल चोरी करने वाले चोर को यह नहीं पता था कि उसकी हरकत सीसीटीवी में कैद हो रही है। जैसे ही घटना का पता चला, डॉक्टर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही स्वरूप नगर थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने अस्पताल परिसर में लगे करीब 60 कैमरों की फुटेज खंगाली और केवल 60 मिनट में आरोपी तक पहुंच गई। जिसके बाद आरोपी को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की गई।

पुलिस ने इस तरह से की गिरफ़्तारी

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे ही सीसीटीवी फुटेज देखा तो पूरे अस्पताल परिसर में नाकाबंदी कर दी और मात्र एक घंटे में ही पहचान करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जिस युवक को गिरफ्तार किया, उसकी पहचान फैज के रूप में हुई है। पूछताछ में सामने आया कि फैज एक शातिर चोर है, जो डॉक्टरों, मरीजों और तीमारदारों के मोबाइल फोन चोरी करने में शामिल रहा है। वह कई बार इसी तरह अस्पताल परिसर में वारदात कर चुका है।

फैज अकेले नहीं था

डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार ने बताया कि फैज सिर्फ अकेले नहीं बल्कि उसके अन्य साथी भी हैं जो सक्रिय हैं जिनकी तलाश भी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यह पूरा गिरोह अस्पताल परिसर में घूम-घूमकर मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम देता रहा है। फिलहाल आरोपी फैज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। जिसके लिए दावा किया जा रहा है कि जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अस्पतालों में कारण चाहिए उचित व्यवस्था

आपको बताते चलें कि यह घटना एक ओर अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था की चुनौतियों को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की तत्परता का उदाहरण भी पेश करती है। जिसका बड़ा उदाहरण सीसीटीवी कैमरों की मदद से मिनटों में आरोपी की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि तकनीक और सतर्कता से अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकता है लेकिन सवाल यहां उठता है कि कहीं न कहीं सरकारी अस्पतालों में इस तरह के गैंग का सक्रीय होना यह साबित करता है कि सुरक्षा के न चलते इनका दुस्साहस बढ़ता जा रा है क्योंकि यह वारदात कोई पहली नहीं थी।

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