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UP News: जिलाधिकारी ने गौ संरक्षण केन्द्रों में उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा, जानें पूरी खबर

जिलाधिकारी ने शुक्रवार को संगम सभागार में गौ संरक्षण केन्द्रों में उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उसमें सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने को लेकर निर्देश दिया है। पढ़ें पूरी खबर
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UP News: जिलाधिकारी ने गौ संरक्षण केन्द्रों में उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा, जानें पूरी खबर

Prayagraj News: जिलाधिकारी ने शुक्रवार को संगम सभागार में गौ संरक्षण केन्द्रों में उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उसमें सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने को लेकर निर्देश दिया है। वहीं इस दौरान उन्होंने कहा है कि सभी गौशालाओं में शत-प्रतिशत सीसीटीवी कैमरा लग जाये तथा कहीं पर भी हरे चारे, भूसा इत्यादि की कमी की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने निर्देशित किया कि गौशालाओं में कहीं पर जल-भराव एवं कीचड़ की स्थिति न हो। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को नियमित रूप से गौशालाओं का भ्रमण करते हुए व्यवस्थाओं को ठीक बनाये रखने का निर्देश दिए है।

गौशालाओं में उपलब्ध व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का निरीक्षण

उन्होंने सम्बंधित उपजिलाधिकारियों को भी गौशालाओं में उपलब्ध व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का निरीक्षण करते हुए उन्हें सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सप्ताह में एक बार अभियान चलाकर छुट्टा गौवंशों को गौसंरक्षण केन्द्रों में संरक्षित किए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं से सम्बंधित ऑडिट आपत्तियों की आख्या एक सप्ताह में अवश्य दे दी जाये। कहीं पर भी गौशालाओं में व्यवस्थाओं से सम्बंधित किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं होनी चाहिए।

निस्तारित किए जाने के निर्देश

जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा ने शुक्रवार को संगम सभागार में राजस्व वादों के निस्तारण, आईजीआरएस एवं सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पुराने राजस्व वादों की पेंडेंसी प्रत्येक दशा में कम होनी चाहिए। 3 वर्ष से अधिक राजस्व वादों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। आईजीआरएस की समीक्षा में उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 10 शिकायकर्ताओं से प्रति दिन बात की जा रही है, जिसमें शिकायतकर्ताओं से फीडबैक खराब प्राप्त हो रहे है।

डैशबोर्ड की समीक्षा में जिलाधिकारी

उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को इसमें सुधार लाये जाने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही साथ यह भी हिदायत दी है कि यदि इसमें सुधार नहीं पाया गया तो निश्चित रूप से सम्बंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी दशा में रैकिंग खराब न होने पाये अन्यथा सम्बंधित की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।

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