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बाराबंकी के इस मंदिर के बाहर अचानक मची भगदड़, दर्जनों घायल; मची अफरा तफरी

सावन के तीसरे सोमवार को जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र स्थित ओसानेश्वर महादेव मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। जलाभिषेक के दौरान करंट फैलने से मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 38 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह घटना सोमवार सुबह करीब 3 बजे की है, जब हजारों श्रद्धालु शिवभक्ति में लीन थे।
Post Published By: Poonam Rajput
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बाराबंकी के इस मंदिर के बाहर अचानक मची भगदड़, दर्जनों घायल; मची अफरा तफरी

Barabanki: सावन के तीसरे सोमवार को जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र स्थित ओसानेश्वर महादेव मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। जलाभिषेक के दौरान करंट फैलने से मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 38 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह घटना सोमवार सुबह करीब 3 बजे की है, जब हजारों श्रद्धालु शिवभक्ति में लीन थे।

घटना कैसे हुई

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भीड़ अपने चरम पर थी तभी अचानक एक बंदर मंदिर परिसर के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार पर कूद गया। तार टूटकर टीन शेड पर गिरा, जिससे पूरे शेड में करंट फैल गया। करंट लगते ही वहां खड़े लोग चीखने-चिल्लाने लगे और भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे कई श्रद्धालु कुचले गए।

मृतक श्रद्धालु

हादसे में 22 वर्षीय प्रशांत, निवासी मुबारकपुरा (थाना लोनीकटरा) और एक अन्य अज्ञात श्रद्धालु की मौत हो गई। दोनों की मौत त्रिवेदीगंज सीएचसी में इलाज के दौरान हुई।

इलाज की स्थिति

घायलों को तुरंत त्रिवेदीगंज और हैदरगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचाया गया। 10 घायलों में से 5 गंभीर, जिला अस्पताल रेफर किया गया है। 26 का इलाज जारी, एक गंभीर घायल को हैदरगढ़ सीएचसी रेफर किया गया है।

प्रशासन की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही डीएम शशांक त्रिपाठी, एसपी अपूर्व विजयवर्गीय और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से शुरू किया गया और स्थिति को नियंत्रित किया गया। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और बिजली विभाग को भी दोषियों की पहचान करने को कहा गया है।

भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की समीक्षा

मंदिर समिति और जिला प्रशासन अब सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। सावन जैसे अवसरों पर लाखों की भीड़ होती है, ऐसे में विद्युत सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और आपात प्रबंधन को लेकर गंभीर कदम उठाए जा रहे हैं।

डीएम शशांक त्रिपाठी की बाइट

“यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमारी प्राथमिकता सभी घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा देना है। सुरक्षा में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।”

मंदिर में फिर लौटी श्रद्धा

घटना के कुछ घंटों बाद ही मंदिर में दर्शन व्यवस्था सामान्य कर दी गई। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर अभिषेक कर रहे हैं और प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है।

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