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बदला गया लखीमपुर खीरी में मुस्तफाबाद का नाम, जानिए क्या है अब नई पहचान?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद इलाके में आयोजित सभा के दौरान बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बनने के बाद धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार और सुंदरीकरण का कार्य जोरों पर है।
Post Published By: Poonam Rajput
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बदला गया लखीमपुर खीरी में मुस्तफाबाद का नाम, जानिए क्या है अब नई पहचान?

Lakhimpur Kheri: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद इलाके में आयोजित सभा के दौरान बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बनने के बाद धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार और सुंदरीकरण का कार्य जोरों पर है। इसी कड़ी में मुस्तफाबाद का नाम बदलकर अब इसे “कबीरधाम” किया जाएगा।

नाम बदलने की वजह

सीएम योगी ने सभा में बताया कि जब उन्होंने इलाके का दौरा किया तो यह पता चला कि गांव का नाम मुस्तफाबाद है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव मंगाकर नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। उन्होंने इसे प्रशासनिक और भावनात्मक दृष्टिकोण से जरूरी बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहले इलाके में कब्रिस्तान की बाउंड्री में अनावश्यक खर्च होता था, जिसे अब बदला गया है।

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पूर्व नाम परिवर्तन का उदाहरण

सीएम ने बताया कि पहले भी कई महत्वपूर्ण नाम बदले जा चुके हैं। उदाहरण के लिए, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या किया गया। इसके अलावा, मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन रखा गया।

अन्य नाम परिवर्तन

अमेठी में आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं। फुरसतगंज स्टेशन को तपेश्वरनाथ धाम, कासिमपुर हॉल्ट को जायस सिटी, जायस स्टेशन को गुरु गोरखनाथ धाम और बनी रेलवे स्टेशन को स्वामी परमहंस नाम दिया गया। इसी तरह, मिसरौली का नाम मां कालिकन धाम, निहालगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम महाराजा बिजली पासी और अकबरगंज स्टेशन का नाम मां अहोरवा भवानी धाम रखा गया।

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धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार

सीएम योगी ने कहा कि केवल शहरों के नाम ही नहीं बदले जा रहे, बल्कि काशी, मथुरा, अयोध्या, वृंदावन, गोकर्ण समेत सभी जन-आस्था से जुड़े धार्मिक स्थलों का सुंदरीकरण और पुनर्निर्माण किया जा रहा है। उनका कहना था कि यह कार्य भावनात्मक और सांस्कृतिक दृष्टि से आवश्यक है।

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