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बाराबंकी में छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी पर भड़के शिक्षक, 1 नवंबर को होगा विरोध प्रदर्शन

जिले में छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी को लेकर शिक्षकों ने विरोध तेज कर दिया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस आदेश के खिलाफ 1 नवंबर को प्रदर्शन की घोषणा की है। संघ ने कहा कि संसाधन के कारण यह नीति लागू करना संभव नहीं।
Post Published By: Asmita Patel
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बाराबंकी में छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी पर भड़के शिक्षक, 1 नवंबर को होगा विरोध प्रदर्शन

Barabanki: बाराबंकी जिले में परिषदीय और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने के शासनादेश के खिलाफ अब शिक्षकों का विरोध तेज हो गया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने घोषणा की है कि इस अव्यावहारिक आदेश के विरोध में 1 नवंबर 2025 को जिले के मुख्यालय पर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा जाएगा।

ऑनलाइन हाजिरी का आदेश बना परेशानी का कारण

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का आदेश हाल ही में फिर से जारी किया गया है। शिक्षकों का कहना है कि यह आदेश न तो व्यावहारिक है और न ही ग्रामीण क्षेत्रों के शैक्षिक परिवेश के अनुरूप। ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क समस्या, बिजली की अनियमितता और डिजिटल संसाधनों की कमी के कारण यह प्रक्रिया बेहद कठिन हो जाती है। शिक्षकों के अनुसार, इससे न केवल शिक्षण कार्य प्रभावित होता है बल्कि शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव भी बढ़ता है।

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पहले भी उठ चुकी है आवाज

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी से जुड़ी समस्याओं के बारे में संगठन ने कई माह पहले ही राज्य सरकार को अवगत करा दिया था। उन्होंने कहा, “पूर्व मुख्य सचिव और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से इस विषय पर विस्तृत चर्चा की गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उस समय स्वयं इस मामले का संज्ञान लेकर ऑनलाइन उपस्थिति की प्रक्रिया पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे।”

शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ का कहना है कि छात्रों की ऑनलाइन अटेंडेंस देना एक अव्यावहारिक और तकनीकी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। संघ के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश सरकारी विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी और तकनीकी उपकरणों की भारी कमी है। कई बार सर्वर डाउन होने, ऐप न चलने और डेटा एंट्री में त्रुटियों जैसी समस्याएं सामने आती हैं।

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प्रांतीय और राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी उठाई आवाज

संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुशील पांडे ने भी इस मुद्दे पर सरकार को पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया है। 24 अक्टूबर को अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) को भेजे गए पत्र में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऑनलाइन हाजिरी से शिक्षकों और छात्रों दोनों के हित प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि शासन को शिक्षण कार्य के मूल उद्देश्य पर ध्यान देना चाहिए, न कि केवल तकनीकी निगरानी पर।

1 नवंबर को होगा विरोध प्रदर्शन

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने घोषणा की है कि 1 नवंबर 2025 को जिले के सभी शिक्षक जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा। संघ ने जनपद के सभी शिक्षकों से अपील की है कि वे इस प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों और अपनी एकजुटता दिखाएं।

जिला पदाधिकारियों ने किया शिक्षकों से आह्वान

जिला मंत्री उमानाथ मिश्र, कोषाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ. देवेंद्र द्विवेदी, संयुक्त मंत्री सुनील त्रिपाठी और जनपदीय उपाध्यक्ष किरण विश्वकर्मा ने शिक्षकों से एकजुट होकर आंदोलन में भाग लेने की अपील की है। उनका कहना है कि जब तक सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

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