प्रदेश में मौसम का मिजाज खतरनाक हो गया है, जहां कई जिलों में कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया गया है। सड़क और रेल यातायात पर इसका गंभीर असर हो सकता है, साथ ही सर्दी के कारण स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है।

उत्तर प्रदेश में कोहरे का रेड अलर्ट
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज इस समय बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के कई हिस्सों के लिए कोहरे का 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जिससे राज्य में सर्दी और ठंड के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी के दोहरे प्रभाव से सड़क और रेल यातायात पर रुकावटें आ रही हैं। कई जिलों में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने 21 दिसंबर के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और आसपास के इलाके शामिल हैं।
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कोहरे की घनी चादर और बर्फीली हवाओं के बीच इन जिलों में विजिबिलिटी बेहद कम हो सकती है। इस स्थिति का सबसे बड़ा असर सड़क और रेल यातायात पर हो सकता है। सड़क मार्ग पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है, वहीं रेलवे ट्रेनों की समयबद्धता भी प्रभावित हो रही है। कई ट्रेनों के समय में बदलाव और देरी होने की संभावना जताई गई है। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा से पहले मौसम की ताजा जानकारी लेना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
प्रदेश के कुछ और हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें बांदा, चित्रकूट, प्रतापगढ़, मिर्जापुर, वाराणसी, संत रवि दास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, हापुर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, अमरोहा, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और इनके आसपास के इलाके प्रमुख हैं।
कोहरे और सर्दी के कारण प्रदेश में स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। ठंड के चलते सर्दी-खांसी, फ्लू और ब्रोन्काइटिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक स्थिति में पहुंच सकता है, जिससे श्वसन संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लोग बाहर जाने से बचें और मास्क का इस्तेमाल करें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
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मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में ठंड के बढ़ने की संभावना जताई है। 21 दिसंबर के बाद, कई क्षेत्रों में घने कोहरे के साथ-साथ कड़ाके की ठंड भी महसूस हो सकती है। खासकर उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। इस दौरान, सुबह और शाम के समय में तापमान काफी गिर सकता है, जिससे परेशानी बढ़ने की संभावना है।